लखनऊ। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने के साथ ही जिलों में संक्रमण की स्थिति के आधार पर इनको तीन जोन (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बांटा है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और आगरा समेत नौ जिलों को रेड जोन में शामिल किया गया है। जिन जिलों में कम पॉजिटिव केस हैं, उनको ऑरेंज जोन में रखा गया है। प्रदेश के 31 जिले ऑरेंज जोन में हैं। प्रदेश के 36 जिलों में कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। इन सभी जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। सभी जिलों की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाएगी और बढ़ते-घटते केस के आधार पर इनको को ऊपर या नीचे के जोन में शामिल किया जाएगा।
रेड जोनः सरकार ने उन जिलों की सूची जारी की है जिन्हें बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस के प्रसार के चलते हॉटस्पॉट जिला घोषित किया गया है। इनको रेड जोन में रखा गया है। इनमें आगरा, नोएडा (गौतमबुद्ध नगर), लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, शामली, फिरोजाबाद और मुरादाबाद को रखा गया है।
ऑरेंज जोनः इनमें बरेली, बुलंदशहर, सीतापुर, बस्ती, बागपत, कानपुर शहर, वाराणसी, अमरोहा, गाजीपुर, आजमगढ़, हाथरस, मुज्जफरनगर, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, औरैया, बांदा, बदायूं, हरदोई, कौशांबी, मथुरा, मिर्जापुर, रायबरेली, पीलीभीत, बाराबंकी, बिजनौर, प्रयागराज और इटावा शामिल हैं।
ग्रीन जोनः जो जिले पूरी तरह से कोराना से मुक्त हैं वे ग्रीन जोन में रखे गए हैं। यूपी में फिलहाल ऐसे 36 जिले हैं। ग्रीन जोन में शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता के साथ आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधियों की इजाजत मिलेगी। 28 दिन तक कोरोना वायरस का एक भी मरीज सामने नहीं आने के बाद आरेंज जोन ग्रीन जोन में तब्दील हो जाएगा।
सरकार ने एक निश्चित समय सीमा के भीतर कोरोना के मामलों के घटने की सूरत में इन स्थितियों (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बदलाव का प्रारूप भी तैयार किया है।