लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूकता अभियान को गति प्रदान की जाए। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वे गश्त (Patrolling) करते हुए यह सुनिश्चित कराएं कि कहीं भी भीड़ न इकट्ठा होने पाए। साथ ही पैट्रोलिंग के दौरान पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाए। बाजारों में भी नियमित रूप से पैदल गश्त की जाए।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ मंगलवार को लोकभवन में टीम 11 के साथ लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जनता की मदद करने और कोरोना नियंत्रण के लिए बचाव कार्य करने के निर्देश दिए।
निराश्रितों का सहारा है सरकार
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी निराश्रितों का सहारा सरकार है। सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। निराश्रितों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए एक हजार रुपये, बीमार होने की दशा में उपचार के लिए दो हजार रुपये और किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए उसके परिवार को पांच हजार रुपये देने की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश वापस आने वाले श्रमिकों/कामगारों को क्वारंटीन सेंटर में ले जाकर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों व श्रमिकों को 15 दिन का राशन उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष जोर है। बैठक में उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि गोदाम और राशन की दुकान पर प्रशासन का अधिकारी हों। परिवहन निगम की बसें संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन कराते हुए संचालित कराई जाएं। प्रदेश में सभी प्रवासी कामगार व श्रमिक को रोजगार देने के सम्बन्ध में स्थापित होने वाले आयोग का शीघ्र गठन किया जाए।