नोएडा। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और इलाज की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए सोमवार को यहां पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठक के दौरान हत्थे से उखड़ गए। गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस के बढ़ते पॉजिटिव केस और तैयारियों को लेकर उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। कहा- आप काम कम करते हैं और शोर ज्यादा करते हैं। दूसरी ओर जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा है, “मैं गौतमबुद्ध नगर का जिलाधिकारी नहीं रहना चाहता हूं, मुझे छुट्टी दे दीजिए।” इसके कुछ देर बाद ही बीएन सिंह ने छुट्टी की अर्जी भी लिख दी जो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है।

गौरतलब है कि दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है।


मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान इस कदर नाराज थे कि बैठक में ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई के संकेत दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से दो महीने पहले कंट्रोल रूम बनाने के लिए निर्देश दिए गए थे लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। नोएडा की जिस कंपनी की वजह से कोरोना वायरस के मामले ज्यादा बढ़े, उस पर भी कार्रवाई को लेकर उन्होंने जमकर फटकार लगाई।

दरअसल, समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के सामने सीज फायर कंपनी के ऑडिटर के कारण संक्रमित हुए मरीजों का मामला भी उठा। मुख्यमंत्री की नाराजगी इसी बात को लेकर थी कि सीज फायर कंपनी का लंदन से आया ऑडिटर जब लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण बांट रहा था तो जिले का स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन कहां था। 

अधिकारियों के इस तर्क पर कि उस कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है, मुख्यमंत्री ने सीधे शब्दों में पूछा कि कंपनी अब तक सीज क्यों नहीं हुई। इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था। जिले में संक्रमण से राहत के लिए बनाया गया कंट्रोलरूम भी अब सवालों के घेरे में है। 

मुख्यमंत्री का रौद्र रूप देखकर जिलाधिकारी बीएन सिंह इस कदर आहत हुए कि बैठक में ही कह दिया कि वह अब गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी नहीं रहना चाहते। इसके कुछ देऱ बाद उन्होंने तीन महीने के अवकाश का प्रर्थनापत्र भी लिख दिया जो देखते ही देखते सोशल मीडिया में वायरल हो गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराह्न करीब 2 बजे हेलीकॉप्टर से गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में ही अधिकारियों के साथ बैठक की। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने तथा श्रमिकों के पलायन को रोकने पर बातचीत की।

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