बरेली। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लॉकडाउन के चलते हर क्षेत्र में कुछ नये प्रयोग देखने को मिल रहे हैं। लॉकडाउन के कारण बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी घर पर ही है। बरेली के एसआर इंटरनेशनल स्कूल ने अभिभावकों को भी कम्प्यूटर के साथ ही विदेशी भाषा सिखाने का अनूठा प्रयोग शुरू किया है।
इसके पीछे तर्क है कि इस लॉकडाउन के बाद के दृश्य में बहुत से लोगों को नयी नौकरी की तलाश करनी होगी। ऐसे में यदि अगर आपको कम्प्यूटर और कम से कम एक विदेशी भाषा का ज्ञान है तो मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब पाने में यह फायदेमंद हो सकता है।
एसआर इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षक अपनी ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से स्कूल के बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों और विद्यार्थियों के अन्य भाई-बहनों को कम्प्यूटर के साथ फ्रेन्च भाषा सिखा रहे हैं। अभिभावकों को कंप्यूटर के क्षेत्र में तकनीकी रूप से समृद्ध कर रहे गुलशन शर्मा ने बताया कि आज के समय में कम्प्यूटर के बिना आप अधूरे हैं। तकनीक का ज्ञान बेहद जरूरी है।
अपना सकते हैं ये नये कॅरियर
इसी तरह फ्रेंच सिखा रही नेहा पाहवा ने बताया कि इस भाषा को सीखकर आप टूरिस्ट गाइड के रूप में काम कर सकते हैं। ट्रांसलेटर के रूप में भी करियर शुरू किया जा सकता है। कई देश उनकी भाषा सीखने वाले छात्रों को शिक्षा में कई तरह की सहूलियत देते हैं। मल्टीनेशनल कंपनियों में विदेशी भाषा सीखने वालों को प्राथमिकता दी जाती है।
स्कूल की एमडी रूमा गोयल ने बताया कि तकनीक और भाषा पर समान पकड़ है तो आपको कामयाबी के शिखर पर पहुँचने से कोई रोक नहीं सकता है। इसलिए हमने लॉकडाउन में इस तरह की गतिविधियां शुरू की हैं।