बरेली। भारतीय जनता पार्टी ने अपने मेयर प्रत्याशी उमेश गौतम को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यहां एमबी इण्टर कालेज मैदान पर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा।
यहां कार्यकर्ता सम्मेलन एवं जनसभा को सम्बोधित करते हुए श्री मौर्य ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से एकजुट होकर पार्टी प्रत्याशी को चुनाव जुटाने को कहा। साथ वह विपक्षियों पर हमलावर रहे। उनके निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रहे।
अभी तो कृष्ण याद आये हैं, राम भी याद आयेंगे
बोले-इटावा के सैफई में अखिलेश यादव भगवान कृष्ण की मूर्ति बनवा रहे हैं। अच्छा हुआ अभी उन्हें भगवान कृष्ण की याद आयी है, कुछ दिन बाद श्रीराम की भी याद आ ही जाएगी। केशव प्रसाद मौर्य ने इस दौरान सपा, बसपा और कांग्रेस को टार्गेट करते हुए कहा ये सभी पार्टियां भाजपा को मिल रहे जनसमर्थन से बौखलायी हुई हैं। अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मंदिरों में दर्शन करने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है। पार्टी प्रत्याशी उमेश गौतम को जिताने की अपील करते हुए बोले कि निकाय चुनाव में भाजपा की जीत तय है। उन्होंने जनता से पूछकर वायदा किया कि इस जनसभा के बाद बरेली में शपथ ग्रहण में आऊंगा।
बाबर को हराकर राम को जिताना है : पप्पू भरतौल
इससे पूर्व विधायक राजेश मिश्रा ने बाबर और राम का जिक्र कर निवर्तमान महापौर और भाजपा प्रत्याशी से तुलना की। तो भाजपा प्रदेश महासचिव पंकज सिंह ने भी लोगों से उमेश गौतम को जिताने की अपील की।
पहली बोर्ड मीटिंग में कम कर दूंगा हाउस टैक्स
सभा को सम्बोधित करते हुए उमेश गौतम ने पहली ही बोर्ड मीटिंग में हाउस टैक्स को कम करने की प्राथमिकता दोहरायी। इसके अलावा बरेली को स्मार्ट सिटी की दौड़ में वापस लाने और टॉप 20 शहरों में छह महीने में शामिल कराने का वायदा किया।
इसके अलावा विधायक केसर सिंह गंगवार, डा. अरुण कुमार ने भी जनसभा को सम्बोधित किया। इस मौके पर कौशलेंद्र सिंह, मंत्री धर्मपाल सिंह, बहोरन लाल मौर्य समेत ज्यादातर विधायक और पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे। संचालन यतिन भाटिया ने किया।
…फिर भी खाली रह गयी कुर्सियां
जनसभा और कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ता तो थे-सो थे। मनोहर भूषण कॉलेज ग्राउण्ड में बने पंडाल में पड़ी कुर्सियां भरने में भाजपा नेताओं को पसीने छूट गये। बड़ी संख्या में इंवर्टिस विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं बुलाये गये थे। इसके अलावा लगभग दो दर्जन सभासद भी अपने समर्थकों के साथ आये थे।
सूत्र बताते हैं कि कई विधायक भी अपने साथ एक-एक बस कार्यकर्ता लाये थे। इस सब कवायद के बावजूद अनेक कुर्सियां खाली रह गयीं।