Bareillylive : श्री हरि मंदिर मॉडल टाऊन बरेली में चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा के पंचम दिवस मंदिर प्रबंध समिति सचिव रवि छाबड़ा एवं अन्य सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं कथा व्यास हनुमत कृपा प्राप्त सन्त पंडित श्री बृजेश पाठक जी का समिति की तरफ से माल्यार्पण कर आज की श्री राम कथा की शुरुआत हुई।
भगवान राम अत्यंत कृपालु हैं -पंडित बृजेश पाठक
बरेली- मॉडल टाउन स्थित श्रीहरि मंदिर में चल रही नव दिवसीय श्री राम कथा के पांचवें दिन कथा व्यास पंडित बृजेश पाठक ने कहा कि भगवान के भक्तों को भगवान की कृपा पर बड़ा भरोसा होता है! क्योंकि कृपा किसी कारण से नहीं होती कृपा तो कारण होती है!
रामायण में भगवान राम ने अनेक भक्तों पर कृपा की है पर अहिल्या पर जो कृपा हुई है वह अद्भुत है ! क्योंकि अहिल्या के पास भगवत प्राप्ति का कोई साधन नहीं था कोई योग्यता विशेषता नहीं थी कुछ शेष था तो जड़ता और दीनता! वह तो इतनी असमर्थ थी की प्रभु को पुकार भी नहीं सकती थी, पत्थर बनी हुई पड़ी थी लेकिन उनका उद्धार करने के लिए स्वयं प्रभु राम उनके पास पहुंचे! ऐसा तो बहुत बार देखा गया है की प्यासा कुएं के पास जाता है पर अहिल्या के प्रसंग में तो कुआं ही प्यासे के पास पहुंच गया ! इससे बढ़कर कृपा क्या हो सकती है !
वाल्मीकि रामायण में लिखा हुआ है की अहिल्या को श्राप था की तेरी और कोई देखेगा भी नहीं ! अहिल्या की ओर कोई नहीं देखता था इसीलिए जब प्रभु राम ने अहिल्या की ओर देखा और गुरुदेव विश्वामित्र से पूछा यह कौन है तो उन्होंने कहा राम इसकी और तो कोई नहीं देखता तुमने क्यों देखा? प्रभु राम ने कहा यही तो बात है जिसकी और कोई नहीं देखता उसकी ओर मैं देखता हूं
अहिल्या का उद्धार करने के कारण ही प्रभु राम का नाम पतित पावन हुआ ! क्योंकि लोग अहिल्या को पतिता जानकर उनके आश्रम में पैर नहीं रखते थे ! परिवार सहित सारे समाज ने उनका साथ छोड़ दिया था ! लेकिन प्रभु राम स्वयं उनके आश्रम में पहुंचे और उन्हें पावन बनाया! अहिल्या का प्रसंग भक्तों को बहुत बड़ा आश्वासन देता है कि जब प्रभु बिना कारण अहिल्या का उद्धार कर सकते हैं तो हमारा भी उद्धार हो सकता है!
मंदिर सचिव रवि छाबड़ा ने बताया कि कथा व्यास श्री बृजेश पाठक जी लगभग पिछले 35 वर्षों से श्री हरि मंदिर बरेली में जून के महीने में इन्हीं तारीखों में 1 जून से 9 तक श्री राम कथा का व्याख्यान करते आ रहे है। यह हम सब बरेली वालों का परम सौभाग्य है कि महाराज जी प्रत्येक वर्ष यह पधारने की स्वीकृति दे कर हम सब को धन्य करते है। कथा प्रत्येक दिन 9 जून तक शाम को 8 बजे से 9.15 बजे तक होगी।
कथा के समापन पर सभी उपस्थित भक्तों में भंडारा का प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आप सभी भक्तों से निवेदन है प्रत्येक दिन समय से पधार कर अपने अपने जीवन को धन्य करे।
आज की कथा में मुख्य रूप से सुशील अरोरा, रवि छाबड़ा, संजय आनन्द, गोविंद तनेजा, रंजन कुमार, योगेश ग्रोवर, हरीश लुनियाल आदि उपस्थित रहे। सुबह के सत्र में श्री हरि मंदिर प्रबंध समिति एवं महिला मंडल द्वारा गंगा दशहरा के पावन पर्व पर श्री हरि मंदिर के मुख्य द्वार पर शरबत का छबील भी लगाया गया।