सोमवार को सुबह से ही शहर के मंदिरों बाबा श्री अलखनाथ मंदिर, बाबा श्री वनखंडीनाथ मंदिर, श्री तपेश्वर नाथ मंदिर, श्री धोपेश्वरनाथ मंदिर, श्री त्रिवटीनाथ मंदिर और श्री पशुपतिनाथ मंदिर भोले के भक्तों कांवड़ियों का तांता लगना शुरू हो गया था। डाक कांवड़ लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलखनाथ मंदिर में बैरिकेडिंग की गयी थी। सभी मंदिरों में कांवड़ियों ने कतारबद्ध होकर जलाभिषेक किया।
नगर विधायक ने भी जलाभिषेक किया
सावन के पहले सोमवार को नगर विधायक डा. अरुण कुमार भी जलाभिषेक करने बाबा श्री अलखनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने भी कतार में लगकर ही जलाभिषेक किया। उनके साथ तमाम भक्तगणों ने भी जलाभिषेक किया
दिनभर चले कांवड़ियों के जत्थे
सुबह से लेकर दोपहर और शाम तक कांवड़ियों के जत्थे जल लेकर आते रहे। शहर में पहुचे जत्थो के साथ मंदिरों तक पुलिस भी चल रही थी। बाबा श्री अलखनाथ मंदिर के अलावा सभी नाथों के मंदिरों पर पुलिस की चौकसी रही। इसके अलावा सभी मंदिरों पर पैरामिल्ट्री फोर्स भी तैनात रही।
कौमी एकता संगठन ने किया कांवड़ियों का स्वागत
महानगर राष्ट्रीय कौमी एकता संगठन ने सोमवार को कांवड़ियों का स्वागत किया। श्री त्रिवटीनाथ मंदिर पहुचकर सभी संगठन के कार्यकर्ताओं ने कांवड़ियों का फूलों से स्वागत किया। जिसमें शांतनु रोहतगी, अफरोज मिया मुल्लाजी, सैफी उल्ला अंसारी, मो. फैजान, शिवम सक्सेना, सर्वेश कुमार, अभिषेक पांडया, आसिफ अली, राजीव मौर्य आदि लोग मौजूद रहे।
हुए भण्डारे, भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद
बाबा श्री अलखनाथ मंदिर में विलय ज्ञान धर्मार्थ संस्था ने सावन के पहले सोमवार को भजन कीर्तन और विशाल भंडारा आयोजित किया। इसमे सैकड़ों भक्तों और श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर संस्था के सचिव शैलेंद्र कुमार ने बताया कि भगवान नारायन के आवेश अवतार भगवान शैलजा नारायन को समर्पित भंडारा हर साल किया जाता है। इस भण्डारे में मुरादाबाद, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, लखनऊ, काशीपुर, दिल्ली, नोएडा, कोलकाता सहित अन्य शहरों के भक्तों ने सहयोग किया।