सोलर चश्मों से सूर्यग्रहण

बरेली। कल 21 जून को होने वाला सूर्य ग्रहण एक रोमांचक खगोलीय वैज्ञानिक घटना है। यह कहना है जिला विज्ञान क्लब समन्वयक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा का। इस अलौकिक घटना को लाइव देखने की व्यवस्था जिला विज्ञान क्लब ने की है। आंखों की सुरक्षा के मद्देनजर सोलर चश्मों के माध्यम से प्रेमनगर स्थित जिला विज्ञान कार्यालय पर सूर्य ग्रहण का अवलोकन किया जा सकता है।

डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ ने विद्यार्थियों में वैज्ञानिक जागरूकता हेतु कुछ सोलर चश्मे उपलब्ध कराए थे। परंतु कोविड-19 वैश्विक महामारी संक्रमण के कारण वृहद कार्यक्रम करना संभव नहीं है। कुछ ही युवाओं को कोरोना प्रोटोकॉल के साथ सोलर चश्मे से सूर्यग्रहण अवलोकन कराया जा सकेगा।

नग्न आंखों से कतई न देखें सूर्यग्रहण

डॉ शर्मा ने बताया कि सूर्यग्रहण एक रोमांचित करने वाली खगोलीय वैज्ञानिक घटना है। यह अमावस्या के दिन पृथ्वी और सूर्य के मध्य चंद्रमा आने पर घटित होती है। इसे कभी नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए। सावधानी के साथ सोलर चश्मे के द्वारा देखना सुरक्षित रहता है। सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और वलयाकार होता है। इस बार वलयाकार सूर्यग्रहण 9ः15 से 3ः04 तक रहेगा। दोपहर 12ः00 बजे के आसपास सूर्य कंगन जैसा वलय दिखाई देगा। चंद्रमा से सूर्य की अधिक दूरी होने पर पूर्ण रूप से नहीं ढक पाता है।

युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की अलख जगाने की आवश्यकता

जिला अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक और जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ विशेषज्ञों ने युवाओं में सूर्य ग्रहण के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण की अलख जगाने की आवश्यकता पर बल दिया है। इससे अंधविश्वास मुक्त वैज्ञानिक सोच के नव भारत का विकास एवं निर्माण करने में मदद मिलेगी।

By vandna

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