BareillyLive : पुरुषोत्तममास (अधिक मास) की पंचमी तिथि के दिन तुलसी संबंधी इन उपायों को करने से भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पुरुषोत्तममास (अधिक मास) 2023 की पंचमी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन तुलसी संबंधी इन उपायों को करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म में अधिक मास का विशेष महत्व है। हर तीन साल बाद ये मास आता है। इसे मलमास और पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जानते हैं। अधिक मास के दौरान भगवान विष्णु के साथ शिव जी की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। वैसे तो अधिक मास का हर एक दिन महत्वपूर्ण होता है। लेकिन पंचमी तिथि का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, माना जाता है कि अधिकमास की पंचमी तिथि के दिन भगवान विष्णु- तुलसी की पूजा करने के साथ इन उपायों को करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। घर में कभी भी दरिद्रता वास नहीं करती है और धन- धान्य, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

आइए जानते हैं कि अधिक मास की पंचमी तिथि को तुलसी संबंधी कौन से उपाय करना होगा शुभ। अधिक मास पंचमी तिथि और मुहूर्त हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिक मास की पंचमी तिथि 22 जुलाई 2023 को है। बता दें कि पंचमी तिथि 22 जुलाई को सुबह 9 बजकर 27 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 23 जुलाई को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी। अधिक मास की पंचमी तिथि सूर्योदय के समय 23 तारीख को रहेगी इसलिए पंचमी तिथि 23 जुलाई को मान्य रहेगी। उदया तिथि के हिसाब से पंचमी तिथि 23 जुलाई 2023, रविवार को मनाई जाएगी। इसलिए इस दिन पानी के बजाय गन्ने का रस चढ़ाना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। पंचमी तिथि के दिन स्नान करने के बाद थोड़ा सा गन्ने के रस को हाथ में या फिर लोटे में लेकर सात बार अपना नाम और गोत्र का नाम लें और फिर तुलसी के पौधे में अर्पित कर दें। चूंकि रविवार को तुलसी दल तोड़ना निषेध होता है इसलिए एक दिन पहले यानी चतुर्थी तिथि को तुलसी को प्रणाम करने के बाद पत्तियों को तोड़ लें। इसके बाद पंचमी तिथि के दिन इन पत्तियों से माला बना लें। तुलसी की इस माला को भगवान हनुमान जी को पहना दें। माना जाता है कि ऐसा करने से बजरंगबली अति प्रसन्न होते हैं और शनि दोष के साथ मंगल दोष से निजात दिला देते हैं।

संकलन: पंडित सुशील कुमार पाठक, मंहत श्री शिरडी साई सर्बदेब मंदिर, श्यामगंज बरेली।

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