लखनऊ। कोरोना वायरस का दायरा और कहर बढ़ता जा रहा है। भारत सरकार दवारा इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार भी अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने कैबिनेट की बैठक के बाद प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेजों को दो अप्रैल तक बंद करने की घोषणा की है। अगले आदेश तक सभी परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया है। इससे पहले सभी स्कूल-कालेजों को 22 मार्च तक बंद करने का आदेश जारी किया गया था।
यहां लोकभवन में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण को महामारी के समकक्ष घोषित करते हुए प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेजों को अब दो अप्रैल तक बंद करने की घोषणा करने के साथ ही परीक्षाओं को अगले आदेश तक स्थगित करने को भी मंजूरी दी गई। इसके साथ ही फैसला किया गया है कि निजी क्षेत्र के लोग घर से काम करें। कोरोना वायरस से संक्रमित सभी लोगों का मुफ्त इलाज होगा। इसके साथ ही सभी धरना-प्रदर्शन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस के बचाव के इंतजाम की हर प्रकार की मॉनिटरिंग खुद ही कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश में समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 15 लोगों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था जिसमें से आगरा के चार लोग नई दिल्ली से स्वस्थ होकर लौटे हैं। आगरा में आठ, नोएडा में तीन, लखनऊ व गाजियाबाद में दो-दो कोरोना पॉजिटिव हैं।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ ही संजय गांधी पीजीआई, गोरखपुर के बाब राघव दास मेडिकल कॉलेज तथा लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एवं बलरामपुर अस्पताल में इससे संक्रमित लोगों को भर्ती करने की सुविधा है। इसके साथ ही किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज में इसके सैंपल जांचने की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है। प्रदेश की सभी सीमा पर पर्याप्त सर्विलांस सिस्टम लगा है।
प्रदेश के सभी शॉपिंग मॉल्स, सिनेमा हॉल और सिनेप्लेक्स को 31 तक बंद रखने के आदेश दिए गए है। जिम के साथ ही तरणताल भी बंद हैं। सार्वजनिक स्थानों की कार्यक्रम कराने पर भी रोक लगाई गई है। सभी साप्ताहिक बाजार भी बंद हैं।