बूंद-बूंद पानी को तरस गए लोग, रविवार सुबह आठ बजे गुल हुई बिजली सोमवार को रात आठ बजे आई
BareillyLive. बरेली के किला बिजली उपकेन्द्र से जुड़े मोहल्ला साहूकारा में लोगों ने पिछले 36 घंटे बिना बिजली के गुजारे। इस दौरान यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। पानी की विकट समस्या पैदा हो गई, हाहाकार मचा रहा। उपकेन्द्र पर लोग फोन लगाते रहे, लेकिन कर्मचारी कोई सही जानकारी नहीं दे रहे थे। उनका व्यवहार भी मर्यादा में नहीं रह पा रहा था। सोमवार को दोपहर बाद साहूकारा गेट के सामने लगा ट्रांसफार्मर खराब बताकर बिजली कर्मचारी उतार ले गए, लेकिन यह नहीं बताया कि यह ठीक कब तक होगा?
बरेली शहर के साहूकारा इलाके में रविवार को सुबह करीब आठ बजे अचानक बिजली गुल हो गयी। दो-चार घंटे तो लोग सोचते रहे कि बारिश की वजह से कोई दिक्कत आ गई होगी। लेकिन जब दिनभर बिजली के दर्शन नहीं हुए लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी। बाशिंदों ने बिजलीघर का फोन खटखटाया तो वहां के रवैये से उनका पारा चढ़ गया।
बूंद-बूंद पानी को तरसे लोग
लगातार आपूर्ति नदारद रहने की वजह से बड़े-बड़े इन्वर्टर बोल गए, घरों में अंधेरा छा गया और लोग बूंद-बूंद पानी को तरसने लगे। मोबाइल फोन भी डिस्चार्ज हो गए। सरकारी हैंडपम्प पानी का एकमात्र सहारा हैं, लेकिन इनमें भी पानी साफ नहीं आ रहा था। फिर भी लोग बाल्टियां लेकर इन हैंडपम्पों पर दो दिन डटे रहे।
दरअसल साहूकारा मोहल्ला ऊंचाई पर होने की वजह से बहुत कम ही लोगों के यहां हैंडपम्प हैं। ज्यादातर लोग नगर निगम की सप्लाई या मिनी जेट पम्प के जरिये ही पानी का इंतजाम करते हैं। दो दिन से बिजली आपूर्ति ठप होने से स्थिति बहुत खराब हो गयी। यहां के बशिंदे विपुल महरोत्रा, राहुल महरोत्रा, हिमानी, शिवम आदि ने बताया कि बिजलीघर पर समस्या की जानकारी दी गई तो वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। ज्यादा पूछताछ करने पर टेलीफोन उठाने वाला शख्स बदसलूकी पर उतर आया।
सोमवार को सुबह समस्या के समाधान की जानकारी चाही गई तो उसने अभद्र लहजे में जवाब दिया हमें नहीं पता बिजली कब ठीक होगी। हालांकि मामले की शिकायत लखनऊ तक की गई, लेकिन यहां से लखनऊ को समस्या के निदान की रिपोर्ट भेज दी गई। क्षेत्रीय सभासद सहित दर्जनों लोग बिजली घर सम्पर्क साधकर सही जानकारी लेने का प्रयास करते रहे। उन्हें हर बार एक-एक घंटे का समय लगने की बात बताई जाती रही। आज शाम करीब सात बजे किला थाने की आपूर्ति चालू हो गई और करीब एक घंटे बाद यानि आठ बजे 36 घंटे बाद साहूकारा में सप्लाई बहाल हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली।