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लखनऊ। उत्तर प्रदेशराज्य विद्युत नियामक आयोग ने धन-धान्य के महापर्व दीपावली से ठीक पहले उत्तर प्रदेश के करोड़ों विद्युत उपभोक्ताओं को बड़ा तोहफा दिया है। आयोग ने फैसला किया है कि इस साल न को बिजली महंगी होगी और न ही स्लैब बदलेगा। आयोग ने बुधवार को इस साल का टैरिफ भी जारी कर दिया है।  इसके अनुसार, घरेलू से लेकर उद्योगों तक के सभी उपभोक्ताओं की बिजली दरें पिछले साल की तरह ही रहेगी।

विद्युत नियामक आयोग ने उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के स्लैब परिवर्तन संबंधी प्रस्ताव को खारिज करने के साथ ही स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं और व्यापारियों को मिनिमम चार्ज से कुछ राहत भी दी है।

दरअसल, कोरोना काल में आम से लेकर खास तक हर वर्ग के लोगों की आय प्रभावित हुई है। ऐसे में उपभोक्ताओं की मांग थी कि बिजली दरों को न बढ़ाया जाए।

गौरतलब है कि राज्य  में जब 2019 में बिजली दरें बढ़ाई गई थी, उसी समय राज्य के बिजली उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर विभिन्न मदों में 13337 करोड़ रुपये अधिक निकल रहा था। इसके बावजूद पिछले वर्ष बिजली दरें बढ़ा दी गईं। उस समय बिजली दरों में “जनता प्रस्ताव” को लागू करने की भी मांग की गई थी।

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