बरेली। एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के प्राचार्य एवं अधीक्षक डॉ डीके मौर्य ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज तो घट रहे हैं लेकिन निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी उनको कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड रहा है। ऐसे में यह समय अत्यंत समझदारी से काम लेने का है। कोरोना रोग सही होने के पश्चात समझदारी और साहस से काम लें, लापरवाही न बरतें।
डॉ मौर्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सही होने के बाद शरीर में कमजोरी आ जाती है, ऐसे में लापरवाही हानिकारक हो सकता है। सरकार द्वारा बताए जा रहे नियमों का पूर्ण रूप से और सही से पालन करें। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए नियमों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक अपनाएंगे तो कोरोना को पूरी तरह हरा देंगे।
इन बातों का रखें ध्यान
-तीन परत वाला मास्क जरूर पहनें, हाथ-पैरों को स्वच्छ रखें और शारीरिक दूरी बना कर रखें। रोज सुबह 9 बजे के लगभग थोडी देर धूप में बैठें, ध्यान रखें कि पसीना अधिक न निकले।
-प्यास लगने पर गुनगुना पानी ही पीयें। सोंठ, तुलसी, हल्दी या धनिया को थोडा सा लेकर पानी में उबाल लें और उसे ही गुनगुना पीयें तो अधिक लाभ मिलेगा, बशर्ते कि किसी अन्य रोग के कारण गर्म पानी का परहेज न हो।
-रोज समय पर ताजा, हल्का और आराम से पचने वाला संतुलित एवं पौष्टिक खाना खायें। रात को अच्छे से नींद लें, कम से कम 7-8 घंटे सोयें और पर्याप्त आराम करें।
-रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने या शरीर में इम्यूनिटी बढाने के लिए चिकित्सक से सलाह लेकर गिलोय, अश्वगंधा या किसी अन्य आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग जरूर करें।
-चिकित्सक की सलाह लेकर रोजाना शरीर के बल के अनुसार 20-30 मिनट हल्का व्यायाम, योगासन, प्राणायाम, मेडिटेशन करें। ऐसा करने से मन और शरीर में तो ताकत आएगी ही, साथ ही श्वसन तंत्र, फेफडे आदि भी ताकतवर होने लगेंगे।
-सुबह-शाम घर में ही टहलें।
-दिन में एक बार अजवायन या पुदीना या युकिलिप्टस का तेल डालकर उसकी भाप या स्टीम जरूर लें।
-नाक में रोज अणु तेल या षडबिंदु तेल की एक-एक बूंद डालें। यदि ये न मिलें तो नारियल तेल या गाय के घी का प्रयोग कर सकते हैं। विशेष रूप से जब किसी आवश्यक काम के लिए घर से बाहर जाना हो तो जाने से पहले और आने के बाद जरूर डालें।
-नशे से दूरी बनाकर रखें। बीडी, सिगरेट और शराब का सेवन भूलकर भी न करें।
-घर में ही रहकर बुखार, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर एवं ऑक्सीजन के स्तर की जांच करते रहें, विशेष रूप से जब व्यक्ति को मधुमेह (डायबिटीज) हो। किसी भी प्रकार की भिन्नता होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
-यदि लगातार सूखी खांसी या गले में खराश आदि हो तो नमक के पानी से गरारा करें और भाप जरूर लें। यदि आराम न मिले तो चिकित्सक से परामर्श लेकर अगस्तय हरीतकी आदि का सेवन करें।
-चिकित्सक की सलाह लेकर रोजाना सुबह-शाम अश्वगंधा चूर्ण का 1-3 ग्राम की मात्रा में गुनगुने पानी से 15 दिन तक सेवन करें। ऐसा करने से शरीर के साथ मानसिक बल भी बढेगा।
-प्रतिदिन एक चम्मच च्यवनप्राश गुनगुने पानी या दूध से सेवन करें। इससे बडा लाभ होगा। शरीर में तो ताकत आयेगी ही, श्वसन तंत्र और फेफडे भी बलवान होंगे।
-चिकित्सक से परामर्श लेकर गिलोय, आंवला और गोखरू की बराबर मात्रा से बने चूर्ण का दिन में दो बार शहद के साथ सेवन करना बडा लाभकारी है।
गांवों में लगाए जा रहे हैं शिविर
डॉ डीके मौर्य ने कहा कि कोरोना महामारी पर विजय पाकर स्वस्थ समाज बनाना ही हमारी सरकार और आयुष विभाग का उददेश्य है। इसी को साकार करने के लिए आयुष विभाग एवं एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कॉलज द्वारा गांवों में शिविर लगाए जा रहे हैं, चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा लोगों को जागरूक कर स्वस्थ रहने के तरीके बताए जा रहे है। योगासन एवं प्राणायाम करने के तरीकों के साथ ही आयुष विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देशित दवाओं को भी बांटा जा रहा है।
डॉ डीके मौर्य ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक एवं मानसिक परेशानी या रोग है तो सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चिकित्सालय के चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श ले सकता है।