BareillyLive : एसआरएमएस मेडिकल कालेज में रिसर्च प्रोटोकाल राइटिंग पर दो दिवसीय वर्कशाप आयोजित हुई। इसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मेडिकल के पीजी विद्यार्थियों को रिसर्च की गाइड लाइन के साथ इसे लिखने की जानकारी दी। विशेषज्ञों ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में शोध को बढ़ाने से इसका लाभ मरीजों के साथ डाक्टरों को भी मिल सकता है। ऐसे में गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए रिसर्च करना और उसे लिखना बेहद जरूरी है। रिसर्च प्रोटोकाल राइटिंग वर्कशाप में कई अन्य विषयों की भी जानकारी दी गई। एसआरएमएस मेडिकल कालेज और इंस्टीट्यूट आफ एप्लाइड स्टेटिस्टिक की ओर से दो दिवसीय रिसर्च प्रोटोकाल राइटिंग वर्कशाप का आयोजन फिजियोलाजी विभाग ने किया। शुक्रवार सुबह मेडिकल कालेज के कार्यवाहक प्राचार्य एयरमार्शल (सेवानिवृत) डा.महेंद्र सिंह बुटोला, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.आरपी सिंह, कार्यक्रम के आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डा.क्रांति कुमार, इंस्टीट्यूट आफ एप्लाइड स्टेटिस्टिक कानपुर के एडिशनल डायरेक्टर व डा.पदम सिंह रिसर्च एंड डेवलपमेंट स्कीम के नेशनल कोआर्डिनेटर डा.शुभम पांडेय, एम्स ऋषिकेश के कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन विभाग के डा.संतोष कुमार, रामा इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज कानपुर के माइक्रोबायोलाजी विभाग की डा.निधि पांडेय ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर वर्कशाप का आरंभ किया।
उद्घाटन सत्र में एयरमार्शल (सेवानिवृत) डा.महेंद्र सिंह बुटोला ने वर्कशाप में सभी का स्वागत किया और मेडिकल रिसर्च के लिए वर्कशाप की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डा.पद्म सिंह रिसर्च एंड डेवलपमेंट स्कीम के अंतर्गत मेडिकल क्षेत्र में शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है। रिसर्च में प्रोटोकाल की जानकारी के साथ बेसिक और एडवांस तकनीक की जानकारी के लिए ऐसी वर्कशाप से विद्यार्थियों को काफी फायदा होता है। डा.शुभम पांडेय ने कहा कि डा.पद्म सिंह की ओर से मेडिकल फील्ड में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए देश की सबसे बड़ी स्कीम संचालित की गई है। एसआरएमएस मेडिकल कालेज में कुछ महीने पहले उन्होंने खुद डा.पदम सिंह ने ही इसका उद्घाटन किया था। देश में 430 से ज्यादा मेडिकल कालेजों में संचालित इस स्कीम को वर्ष 2017-18 में आईसीएमआर ने डेवलप किया था। मेडिकल रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए इसके द्वारा 20 प्रोग्राम संचालित हैं। जिनमें प्रोटोकाल राइटिंग, थिसिस राइटिंग और पेपर राइटिंग मुख्य हैं। डा.संतोष कुमार और डा.निधि पांडेय ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। डा.क्रांति कुमार ने सभी का आभार जताया और वर्कशाप को सभी विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद बताते हुए बड़ी उपलब्धि बताया। दो दिवसीय वर्कशाप में विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस मौके पर डीन पीजी डा.रोहित शर्मा, डीन यूजी डा.नीलिमा मेहरोत्रा, सभी विभागाध्यक्ष, मेडिकल के पीजी और यूजी विद्यार्थी मौजूद रहे।