बरेली। बाबा त्रिवटी मंदिर मैदान पर शुक्रवार को छप्पन भोग परिवार द्वारा फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। भजन-पूजन के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में भगवान गिरिराज जी को छप्पन भोग लगाये गये। भक्तिरस में डूबे भक्तों के साथ कान्हा और राधाजी ने फूलों की होली खेली। इस बीच देर रात तक लोग गिरिराज भगवान का दुग्धाभिषेकर करके चरणामृत पान करते रहे। भक्ति रस की ऐसी बयार बही कि लोग झूमकर नाचने को मजबूर हो गये। श्रीधाम वृंदावन बरसाना से आईं पूर्णिमा दीदी ने संगीतमय माहौल में भक्तों को ठुमकने को मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सुबह भगवान गिरिराज की विधि विधान से पूजा के साथ किया गया। फिर उन्हें भोग लगाकर भव्य दरबार सजाया गया। गिरिराज की प्रतिमा का सुंदर फूलों से श्रृंगार किया गया। अपने प्रिय श्री गिरिराज भगवान का दुग्धाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतार आधी रात तक लगी रही। लोग एक-एक कर गिरिराज जी का पूजन करते रहे। इसके बाद उन्हें माखन-मिश्री और विशेष तरह से तैयार प्रसाद के साथ ही गिरिराज जी का चरणामृत वितरित किया जाता रहा।
दूसरी ओर बनाये गये मंच पर श्रीधाम वृंदावन बरसाना से आईं पूर्णिमा दीदी द्वारा भजन संध्या चलती रही। उन्होंने एक के बाद एक भजन गाकर लोगों को कान्हा की भक्ति के रस से सरावोर कर दिया। उन्होंने राधा-कृष्ण की होली से लेकर गोपियों संग रास का संगीतमय मनोहारी वर्णन किया। उन्होंने कान्हा के वियोग में ‘‘ इस दिल को जला दिया है … तेरी याद में कन्हैया…‘‘ और फागुन में होली को तरसे, सावन में बरसे अंगारे…’ गाया तो लोगों की आंखें भर आयीं।
इसी तरह जब उन्होंने न्होंने ‘एक बार आ जाओ रंगीले रसिया…’ फिर फूलों की होली खेलते हुए ‘‘आज बृज में होरी रे रसिया…‘‘ गाया तो लोग झूम उठे। दोनों से हाथ उठाकर ताली बजाते हुए झूमने और नाचने लगे।
कार्यक्रम में मुकेश खंडेलवाल, राजीव बूबना, राजू खंडेलवाल, मनीष अग्रवाल, मुकेश गुप्ता, देवेंद्र खंडेलवाल, दिनेश चंद्र खंडेलवाल व अन्य का सहयोग रहा। इस अवसर पर रजत शर्मा, पंकज अग्रवाल, राजीव खंडेलवाल, रवि अग्रवाल, सीए विशाल अरोड़ा, डा. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, तरुण माहेश्वरी, जगदीश माहेश्वरी आदि समेत हजारों की संख्या में शहरवासी मौजूद रहे।