बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली शहर के कटघर के एक घर में नकली इंजन ऑयल की फैक्ट्री पकड़ी गई। इसे हसीन अख्तर और उसका बेटा वसीम अख्तर चला रहे थे। पुलिस ने छापा मारकर केस्ट्रॉल समेत विभिन्न नामचीन ब्रांड्स के पैक डिब्बों समेत करीब 500 लीटर ऑयल बरामद किया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। यहां तैयार किया गया नकली माल पश्चिम उत्तर प्रदेश के की शहरों को भेजा जाता था। वसीम अख्तर बीबीए का छात्र है।

किला थाना पुलिस को शुक्रवार शाम करीब 7 बजे सूचना मिली कि कटघर मुहल्ले में हरी मस्जिद के पास एक घर में नकली इंजन ऑयल बनता है। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी ने एसआई ब्रजपाल सिंह, कांस्टेबल चमन सिंह, अनिल कुमार, नवीन, अमर और खुशबू के साथ वहां छापा मारा। उस समय हसीन और वसीम इंजन ऑयल को डिब्बों में भर रहे थे। पुलिस को देख उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन दबोच लिये गए।

मौके से केस्ट्रॉल, हीरो समेत कई ब्रांडेड कंपनियों के लेबल और ढक्कन मिले। पांच लीटर इंजन ऑयल की पैकिंग वाले 12 डिब्बे,  एक लीटर की पैकिंग में 19 डिब्बे हीरो कंपनी के लेबल लगे हुए बरामद हुए। फैक्टरी से भरे और खाली इंजन ऑयल के डिब्बे, मोबिऑयल और आईएजोयू कंपनी के नकली लेबल, पांच कट्टे ग्रीस, कई कंपनियों के तीन हजार स्टीकर बारकोड, एक कट्टा ढक्कन, तीन ड्रम इंजन ऑयल, पैकिंग के लिए दो सौ गत्ते, पंप, पैकिंग मशीन, अख्तर लुब्रिकेंट के नाम की मुहर समेत काफी माल बरामद हुआ। पुलिस ने बताया कि यह फैक्टरी करीब चार साल से चल रही थी। दोनों पर कॉपीराइट एक्ट और ट्रेड मार्क अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।

जले इंजन ऑयल का भी करते थे इस्तेमाल

हसीन और वसीम ने बताया कि वे दुकानों से जला हुआ इंजन ऑयल खरीदते थे और फिर उसे केमिकल मिलाकर साफ करते थे। इसके बाद उसमें रंग मिलाकर नए की तरह बनाकर डिब्बों में पैक करके बेच देते थे।

सप्लायर की तलाश

सीओ द्वितीय आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि नकली इंजन ऑयल बनाने वाले दोनों आरोपी पकड़े गए हैं। अब इस नकली इंजन ऑयल को बाजार में सप्लाई करने वाले उनके गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है।

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