बरेली। श्रीराम लीला ब्रह्मपुरी के तत्वावधान में लीला के बारहवें दिन शुक्रवार को सूपर्णखा-खरदूषण संवाद के बाद खरदूषण के वध की लीला का मंचन किया गया। साथ ही जयंत का कौआ के रूप में आना और राम द्वारा उसकी एक आंख फोड़ने के दृश्य ने भी लोगों को रोमांचित किया।
अयोध्या से आये न्यू बजरंग विजय आदर्श रामलीला मण्डल के कलाकारों द्वारा शुक्रवार को लीला मंचन का शुभारम्भ अगस्त्य मुनि संवाद से हुआ। इसके बाद भगवान राम का सीता का सिंगार करना इन्द्रपुत्र जयन्त का सीता चरण में चोच मारना राम के द्वारा जयंत पर शिववाण चलाया गया। इसके बाद जयंत अपने पिता के पास गया। तदुपरान्त सभी देवताओं ने मिलकर भगवान से प्रार्थना की। इसके अलावा अत्रि आश्रम आये श्रीराम, जहां माता सती अनुसुईया द्वारा सीता को नारी धर्म समझाया गया।
वहां से विदा होकर राम-लक्ष्मण-सीता पंचवटी पहुंचे। वहां लक्ष्मण के साथ श्रीराम ने अपने लिये आश्रम बनाया। वहां रावण की बहन सूर्पनखा राम को रिझाने के लिए अपना विवाह प्रस्ताव रख दिया। राम ने इनकार कर दिया तो वह सीता पर झपटी, इस पर लक्ष्मण ने सूपर्णखा का नाक-कान काट दिया। इससे कुपित सूर्पनखा का अपने भाई खरदूषण के पास रोते-बिलखते पहुंची। वहां खरदूषण ने अपनी सेना लेकर राम पर आक्रमण कर दिया। भीषण युद्ध के बाद राम के द्वारा खरदूषण और उनकी सेना का वध कर दिया गया।
श्रीरामलीला सभा के मीडिया प्रभारी अमित अरोड़ा ने बताया कि शनिवार को सीताहरण, जटाऊ उद्धार, शबरी लीला, राम सुग्रीव मित्रता, वली वध, लंका दहन की लीला का मंचन किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान इन्द्रदेव त्रिवेदी, अक्षय शर्मा, रंजीत रस्तोगी, सुनील, मिश्रा, राकेश शंखधार, प्रभाकर शर्मा, आशीष अग्रवाल,मनोज रस्तोगी, अमित अरोड़ा, विजय शंकर पाण्डेय, विवेक शर्मा, आदि का विशेष योगदान रहा।