बरेली। कन्या महाविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अरुण कुमार श्रीवास्तव के परिवार ने उनकी हत्या का आरोप लगाया है। बीती 20 मार्च को मनोहर भूषण इंटर कॉलेज के पास उनका शव संदिग्ध परिस्थिति में पेड़ पर लटका मिला था।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र में आर्य समाज मंदिर के पास रहने वाले अरुण के परिवार में अब पत्नी और तीन बेटियां ही बची हैं। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस प्रशासन ने अरुण की मौत की वजह आत्महत्या बताई थी। शव के पास एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था पर परिवार वालों के अनुसार वह अरुण कुमार श्रीवास्तव ने नहीं लिखा है क्योंकि उस पर जो फोन नंबर लिखा हुआ है वह एक साल पहले ही बंद कराया जा चुका है।
अरुण जिस कन्या डिग्री कॉलेज में कार्यरत थे, वहां उनकी पत्नी सरिता को नौकरी देने की मांग परिवार वाले कर रहे हैं। मोहल्ले वाले भी अपनी तरफ से सहयोग देने का प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्र जागरण युवा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अमित भारद्वाज ने गुरुवार को एक माह का राशन तथा संगठन के संरक्षक एवं उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष पवन सक्सेना द्वार सहयोग राशि भेंट की गई। उनके साथ गए चित्रांश समाज के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट अमित सक्सेना बिंदु ने भी हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। सभी के मन में ये सवाल रहा कि आखिर पुलिस प्रशासन सूदखोरों पर कार्रवाई करने से क्यों बच रहा है जबकि अरुण ने 15 मार्च को पुलिस को तहरीर भी दी थी।
इस दौरान पत्रकार देव सिंह, सचिन श्याम भारतीय, हर्ष साहनी संगठन के सचिव सौरभ शर्मा तथा चित्रांश परिवार के संजू सक्सेना, प्रदीप सक्सेना व अन्य प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।