BareillyLive. आंवला (बरेली)। कोरोना से जंग के बीच आज गुरुवार को मुस्लिम समाज द्वारा शब-ए-बारात का त्यौहार मनाया गया। बरेली में लॉकडाउन के कारण मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों ने लोगों से त्यौहार घरों में ही मनाने की अपील की थी। इसके बावजूद लोग शब-ए-बारात पर चरागा करने कब्रिस्तान पहुंचने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को कब्रिस्तान से बाहर निकालकर दरवाजे बंद करवा दिये। साथ ही वहां पुलिस तैनात कर दी गयी। लोगों से घरों पर जाकर त्यौहार मनाने की अपील की।
बता दें कि बरेली की तहसील आँवला में लॉकडाउन के चलते जिम्मेदार लोगों ने अपील की थी कि सभी लोग घरों में रहकर ही शब-ए-बारात का त्यौहार मनायें। साथ ही घरों में ही इबादत करें। इन लोगों का कहना है कि यदि कोरोना को हराना है तो घरों में ही रहना है।
मौलाना अब्बास मशहूर खान, डॉ. आबिद अंसारी रिजवान अंसारी और आफताब अहमद समाजसेवी ने अपील की है कि जो धनराशि हम इस त्यौहार में खर्च करते हैं, इस बार उस धन से हम गरीबों की मदद करें। जरूरतमंदों के खाने-पीने की चिंता करें। लॉकडाउन का पूर्ण रुप से पालन करें तथा सरकार और प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें।
इसके बावजूद लोग लॉकडाउन में निकले और कब्रिस्तान एवं मजारों पर लोग पहुंचने लगे। वहां वे कब्रों पर मोमबत्ती-अगरबत्ती आदि लगाकर चिरागां करने लगे। इसकी सूचना मिलने पर शहर कोतवाल सुनील कुमार दल-बल के साथ राउण्ड पर निकले तथा कब्रिस्तान में मौजूद लोगों को बाहर करके कब्रिस्तान का गेट बंद करवा दिया। लोगों से घर में रहने की अपील की।