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BareillyLive.बरेली। दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर बरप रहा है। बरेली भी इससे अछूता नहीं रह गया है। पिछले दिनों अनेक लोग दिल्ली-लखनऊ समेत अनेक शहरों से अपने गांवों और घरों को लौटे हैं। ऐसे लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए गांवों के सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन केन्द्र बनाने के निर्देश सरकार ने दिये हैं। भमोरा में 37 लोग बाहर से लौटे हैं लेकिन क्वारंटाइन केन्द्रों पर व्यवस्थाएं न होने से ये लोग इन केन्द्रों में आने को तैयार नहीं हैं।

बता दें कि इन्हीं बाहर से आये लोगों के माध्यम से कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक है। बरेली में दिल्ली से आये एक कोरोना पॉजिटिव युवक से उसके परिवार के पांच अन्य लोगों भी कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं।

भमोरा प्रतिनिधि के अनुसार कोरोना महामारी यानि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार के दिशा निर्देशों का न तो ग्रामीण पालन कर रहे हैं और न ही प्रशासन कड़ाई बरत रहा है। इससे अधिक महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है।

बरेली जिले के ब्लॉक आलमपुर जाफराबाद के ग्राम सचिवों व ग्राम प्रधानों के साथ स्थानीय प्रशासन को सरकार के निर्देश हैं बाहर से आये लोगों को क्वारंटाइन केन्द्रों में 14 दिनों के लिए रखा जाये। ऐसे लोगों को ग्राम प्रधान और सचिव की सहायता से प्रशासन सरकारी स्कूलों में बनाये अस्थाई क्वारंटाइन केन्द्रों में रखा जाये।

सेण्टर पर नहीं है कोई सुविधा

भमोरा क्षेत्र में प्रधानों और सचिवों में अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में क्वारंटाइन सेण्टर तो बनाये हैं, शासन की मंशा के अनुरूप वहां कोई व्यवस्था नहीं है। इसी के कारण बाहर से आये लोग इन केन्द्रों पर रुकने को तैयार नहीं हैं। लोग अपने परिजनों के बीच ही हैं और केन्द्र खाली पड़े हैं।

इन क्वारंटाइन केन्द्रों पर तो ठीक से बिस्तर की व्यवस्था है और न ही भोजन की व्यवस्था। इसीलिए परिजन भी बाहर से लौटे अपने लोगों को इन केन्द्रों पर भेजने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसके विपरीत गांव में रहने वाले अन्य लोगों में खौफ है कि यदि बाहर से लौटे लोगों में कुछ लोग संक्रमित हुए तो गांव में महामारी फैल सकती है। यदि इन्हें गांव से बाहर क्वारंटाइन केन्द्रों में नहीं रखा गया तो स्थिति बहुत खराब हो सकती है।

बोले प्रधान और सचिव

इस सम्बन्ध में भमोरा के ग्राम विकास अधिकारी प्रियदर्शन ने बताया कि मैंने निजी स्तर से सात बिस्तरों का इंतजाम किया है। भोजन आदि की व्यवस्था केन्द्र पर रहने वाले को स्वयं करनी होगी। प्रियदर्शन ने बताया कि प्रशासन से ऐसा कोई बजट नहीं मिला है। बताया कि ग्राम भमोरा में करीब 37 लोग बाहर से आये हैं। इनकी सूची प्रशासन को दे दी गई है।

वंहीं ग्राम प्रधान ने बताया कि प्राथमिक स्कूल को क्वारंटाइन केन्द्र बनाया गया है। इसमें बिस्तर आदि डलवा दिये गये हैं। लेकिन सरकार या प्रशासन से कोई बजट न मिलने के कारण क्वारंटाइन छिड़काव आदि की व्यवस्था नहीं हो सकी है।

By vandna

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