BareillyLive. बरेली। कोरोना से जंग के बीच यू.पी. जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) ने कोविड-19 योद्धा के रूप में पत्रकारों को 50 लाख रुपये का बीमा रिस्क कवर तथा आर्थिक राहत पैकेज देने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है।
उपजा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जी.सी. श्रीवास्तव एवं प्रदेश महामंत्री रमेश चन्द जैन द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सम्बोधन में पत्रकारो, चिकित्साकर्मी, सफाईकर्मी, सुरक्षाकर्मियों आदि को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया था।
यूनेस्को ने भी अफवाहों, भ्रम आदि से निजात दिलाकर वास्तविक अपडेट से अवगत कराने के कारण पत्रकारों-मीडियाकर्मियां को सबसे महत्वपूर्ण आवश्यक सेवा में शामिल करने निर्देश सभी राष्ट्रों को दिये थे।
विडम्बना है कि चौबीसों घंटे वास्तविकता से रूबरू कराने के बाद भी आवश्यक सेवाओ में शामिल पत्रकारों को छोड़कर अन्य सभी को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये का बीमा रिस्क कवर दिया गया है।
बौद्धिक श्रमिक है पत्रकार
उपजा ने कहा है कि सरकार ने तमाम श्रमिकों को आर्थिक राहत पैकेज दिया है, लेकिन बौद्धिक श्रमिक पत्रकार को इससे वंचित रखा गया है। भारतीय संविधान की धारा-39 में राज्यां का दयित्व है कि भौतिक संसाधनों का आवंटन इस प्रकार करे कि सभी को लाभ मिले। आश्चर्य है कि सरकार ने भेदभाव करते हुए पत्रकारों को इससे अलग रखा।
उपजा के प्रदेश कोषाध्यक्ष अरुण जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्षगण, निर्भय सक्सेना, राधेश्याम लाल कर्ण, हेमंत कृष्णा, द्विजेन्द्र मोहन शर्मा, पवन नवरत्न ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा भी पत्रकारों, मीडियाकर्मियों को भी कोरोना योद्धा मानकर 50 लाख रुपये का रिस्क कवर बीमा तथा आर्थिक राहत देने की घोषणा की जानी चाहिए।