बरेली। इलाज में लापरवाही से नवजात बच्ची के पैर सड़ने के मामले में शहर के एक बाल रोग विशेषज्ञ समेत दो डॉक्टरों के खिलाफ थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने यह मुकदमा कोर्ट के आदेश के बाद लिखा है।
घटनाक्रम के अनुसार आलोक नगर निवासी राजीव कुमार की पत्नी दुर्गेश ने बीती दो मई को राजेंद्र नगर स्थित मानस अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था। दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि डा. नीरा अग्रवाल ने भयभीत करके दुर्गेश का सीजेरियन डिलीवरी की।
बच्ची करीब साढ़े तीन किलो की एकदम स्वस्थ थी। इसके बावजूद उसे सांस की दिक्कत बताकर रामपुर गार्डन स्थित बाल रोग विशेषज्ञ डा. रवि खन्ना से साठगांठ करके उनके अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। वहां मशीन में रखकर उसका इलाज किया और इसी दौरान लापरवाही से गलत इंजेक्शन लगा दिया गया। इससे बच्ची का दायां पैर सड़ने लगा। हालत बिगड़ने पर भी डॉक्टर ठीक होने का आश्वासन देते रहे।
कहा गया है कि आठ मई को घरवालों ने प्रभात नगर स्थित एक अन्य अस्पताल में भर्ती करा दिया। वहां कुछ हालत सुधरी, लेकिन पैर ठीक नहीं हुआ। तब 18 मई को उसे एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों को इलाज के दौरान बच्ची का पैर काटना पड़ा। घरवालों का आरोप है कि धन के लालच में योजनाबद्ध तरीके से बच्ची का जीवन बर्बाद कर दिया गया और उनसे रुपये झटक लिये। पुलिस के कार्रवाई न करने पर कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर ही कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।