Astro Desk @BareillyLive. इस बार शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को है। ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा के अनुसार शरद पूर्णिमा पर गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, शश योग, सौभाग्य योग और सिद्धि योग का शुभ संयोग भी रहने वाला है। इसके अलावा इस दिन साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है। भारत में भी यह चंद्रग्रहण दिखाई देगा। ऐसे में इसका सूतक काल मान्य होगा।
पूर्णिमा तिथि
28 अक्टूबर 2023 के दिन पूर्णिमा तिथि आरंभ सुबह 4 बजकर 18 मिनट से हो रहा है पूर्णिमा तिथि 29 तारीख को 1 बजकर 54 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। शरद पूर्णिमा का व्रत जो लोग रखते हैं वह 28 अक्टूबर को ही इस व्रत को रखेंगे।
खीर में रखें तुलसी दल डालकर
चंद्र किरण अमृत के लिए ग्रहण काल पूर्ण होने के उपरांत जो खीर बनी रखी है उसमें पूर्व में ही तुलसी दल डाल कर रखें रात्रि 2ः22 के उपरांत उस खीर को चंद्रमा की किरणों के लिए रखना उचित रहेगा।
चंद्र ग्रहण 2023 लगने का समय
चंद्र ग्रहण इस साल 28 अक्टूबर 2023, शनिवार के दिन चंद्र ग्रहण लगेगा। चंद्र ग्रहण लगने का समय रात में 1ः 06ः16 मिनट से लेकर रात 2ः20ः02 मिनट तक लगेगा। चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटा 14 मिनट रहेगी।
चंद्र ग्रहण सूतक काल का समय
चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर 3ः15 मिनट से शरु हो जाएगा
वहीं रात 2ः22 मिनट पर सूतक काल समाप्त हो जाएगा.
यह चंद्र ग्रहण एक आंशिक ग्रहण है.
इन राशियों को देगा लाभ
मेष राशि :-
मेष राशि वालों की चंद्र ग्रहण के बाद किस्मत खुलने वाली है। इस दिन के बाद इन दोनों ही राशियों के लोगों को धन लाभ होने की पूरी संभावना है। आपके जो काम लंबे समय से रुके या अटके हुए थे, वो जल्द ही पूरे होंगे।
वृषभ :-
वृषभ राशि वालों के लिए भी चंद्र ग्रहण के बाद किस्मत के दरवाजे खुलने वाले हैं। आपको मनचाहा लाभ मिलेगा। बिजनेस आपकी नए ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। आपके काम में वृद्धि होगी।
मिथुन राशि :-
मिथुन राशि वालों को इस दिन का विशेष लाभ मिलने वाला है. चंद्र ग्रहण के बाद इस राशि वालों की लॉटरी लगने वाली है. किस्मत के सितारे बुलंद होंगे और आपको हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल होगी.
धनु :-
धनु राशि वालों को भी इस ग्रहण के बाद लाभ ही लाभ मिलने वाला है. करियर में ग्रोथ और लाइफ में सक्सेस जल्द ही मिलेगी. जो लोग बहुत समय से नौकरी की तलाश कर रहे थे, उनकों नौकरी मिल जाएगी.
करें इन मंत्रों का जाप
चंद्र ग्रहण के दौरान आप गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या अन्य मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
अपने गुरु मंत्र का जाप लाभकारी रहेगा।
वैभव लक्ष्मी के मंत्र का जाप 108 बार करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
मंत्र इस प्रकार है ॐ श्रीं ह््रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः
चंद्र ग्रहण के दौरान आप माता बगलामुखी के मंत्र का जाप कर सकते हैं। इससे आपको शत्रुओं से मुक्ति मिलेगी।
मंत्र इस प्रकार है- ॐ ह््री बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।
चंद्र ग्रहण के दौरान आप चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें। ऐसा करने से चंद्र दोष का प्रभाव कम होता है।
यह मंत्र है ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नमः।
चंद्र ग्रहण के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं होता है।