बरेली। भारतीय सेना की गरुड़ डिवीजन ने तीसरे अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस को बड़ी धूमधाम से मनाया। यह आयोजन ‘आर्ट आफ लिविंग’ के साथ मिलकर आयोजित किया गया था।
गरुड़ सैनिक संस्थान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छः पर्वतीय खण्ड के कार्यवाहक जनरल आॅफिसर कामण्डिंग ब्रिगेडियर संजय नन्द रहे। कार्यक्रम में लगभग एक हजार सैनिकों और अफसरों तथा अन्य लोगों ने योगासन किये।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ब्रिगेडियर नन्द ने कहा कि योग हमारी बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और जीवन दर्शन है। योग हमारे शरीर के साथ मन और मस्तिष्क को आरोग्य प्रदान करता है। वर्तमान तनावपूर्ण जीवनशैली को तनावमुक्त रखने में योग अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके बाद आर्ट आफ लिविंग के योग प्रशिक्षक पार्थो कुनार ने योगासन कराये। श्री कुनार कहा कि योग केवल आसन ही नहीं, इससे कहीं ज्यादा है। योग एक जीवन पद्धति है, दर्शन है। योग में जीवन की तमाम समस्याओं का हल निहित है। उन्होंने आर्ट आफ लिविंग के बारे में भी लोगों को बताया।