सलमान इम्तियाजसलमान इम्तियाज

अलीगढ़ :  उत्तर प्रदेश में अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस को शनिवार को दो बड़े झटके लगे। पहले तो बरेली कैंट से पार्टी की प्रत्याशी घोषित बरेली की पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन सपा में शामिल हो गयीं, फिर खबर आयी कि अलीगढ़ शहर से कांग्रेस प्रत्याशी सलमान इम्तियाज को जिला बदर करने का आदेश दिया गया है।

अलीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि सलमान इम्तियाज के घर पर जिला बदर करने संबंधी आदेश शुक्रवार को चस्पा किया गया है। उन्होंने दो दिन पहले ही नामांकन दाखिल किया था। एडीएम सिटी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि इम्तियाज पर गुंडा अधिनियम के तहत मामला होने के आधार पर प्रतिबंध लगाया गया था क्योंकि वह शहर की शांति के लिए खतरा थे। इम्तियाज एएमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हैं।

इम्तियाज पर पहले भी मार्च 2020 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में नागरिकता संशोधन कानून विरोधी आंदोलन के मद्देनजर प्रतिबंध लगाया गया था। एएमयू के कई अन्य छात्र नेताओं को भी इस तरह के प्रतिबंध आदेश जारी किए गए थे। इम्तियाज ने कहा कि उन्होंने 2020 में प्रतिबंध के आदेश का जवाब दिया था और तब से उनकी याचिका पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्हें अचानक शहर छोड़ने और कासगंज जिले के एक पुलिस थाने में रिपोर्ट करने को कहा गया है।


इम्तियाज ने पिछले सप्ताह ही राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजकर हरिद्वार में दिए गए कथित घृणा भाषणों के के मामलों में कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने अलीगढ़ में प्रस्तावित धर्म संसद का भी विरोध किया था जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि पार्टी इस आदेश को अदालत में चुनौती देगी।

गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में सात चरणो में चुनाव हो रहा है। अलीगढ़ में शुरुआती चरणों में ही मतदान होना है।

error: Content is protected !!