बरेली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रेलवे स्टेशनों एवं रेलवे ट्रैकों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जीआरपी और सिविल पुलिस संयुक्त रूप से निभायेगी। यह जानकारी बुधवार की शाम पुलिस लाइन के सभागार में एडीजी रेलवे वी.के.मौर्य ने दी।
एडीजी रेलवे वीके मौर्य ने बताया कि जीआरपी एक महीने का विशेष अभियान चलाने जा रहा है, जिसमें अपराध और अपराधियों की धर-पकड़ एवं ट्रेनों व रेलवे ट्रैक पर अपराध पर अंकुश लगाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस काम में सिविल पुलिस से भी सम्पर्क साधा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी संस्तुति भी कर दी है। उन्होंने कहा कि अब तक जितनी बड़ी घटनाएं ट्रेनों में हुई हैं। उसमें एसी कोच और थ्री टियर कोच में होना पाया गया है।
उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ साथ अपराधी भी हाईटेक हो चुके हैं। अब पुलिस को भी हाईटेक होकर अपराधियों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। कहा कि ट्रेनों में होने वाले अपराध की जिम्मेदारी अब कोच अटेन्डेण्ट व टीटी की भी होगी, क्योंकि सीटों से अधिक यात्रियों के आने व जाने का ब्यौरा उन्हें कंट्रोल रूम व अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देना होगा। इसके साथ ही ट्रेनों में चलने वाले एस्कार्ट को भी निर्देशित किया गया है कि वह यात्रियों से मैत्रीभाव अपनाये और अपने मोबाइल नम्बर उन्हें दे। साथ ही अपने नम्बरों की एक लिस्ट बोगी के बाहर लगे आरक्षण शीट के साथ लगाये।
किसी वारदात या घटना की स्थिति में सूचना तत्काल पुलिस को मिल सके। इसमें यात्रियों को जागरूक करने के लिए स्टेशनों पर प्रसारण कर लगातार अवगत कराया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि जीआरपी ने अपने सभी जोनों में एक वर्क प्लान तैयार किया है जिसमें स्टेशनों के पूर्वी व पश्चिमी आउटर के रेलवे ट्रैक का जिम्मा जीआरपी संभालेगी। शेष रेलवे ट्रैक पर जीआरपी और सिविल पुलिस के जवान गश्त करेंगे।
इस अवसर पर एसएसपी बरेली एस.क.े भगत, एसपी रेलवे केशव कुमार चौधरी, रेलवे सीओ अय्यूब हसन, बरेली एसपी देहात डा.ख्याती गर्ग, एसपी यातायात कमलेश कुमार सहित अनेक पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।