BareillyLive : उत्तराखंड के हल्द्वानी में रेलवे द्वारा अतिक्रमण के नाम पर पांच हजार घरों के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी होने के बाद यह मुद्दा अब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने लगा है। देशभर के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक दलों के नेताओं का वहां पहुंचना शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के समाजवादी पार्टी के नेताओं का एक डेलीगेशन समाजवादी पार्टी के हाईकमान के निर्देश पर बुधवार को हल्द्वानी पहुंचा। डेलिगेशन ने हल्द्वानी पहुंचकर अतिक्रमण की परिधि में आने वाले घरों के परिवारों से वार्ता की। इस डेलीगेशन का नेतृत्व मुरादाबाद के सांसद एस टी हसन कर रहे हैं। इस 10 सदस्यों के डेलीगेशन में उत्तराखंड सपा के अब्दुल मतीन सिद्दीकी, शुएब सिद्दीकी, बरेली उ.प्र. के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव, पूर्व विधायक सुल्तान बेग, पूर्व मंत्री उ.प्र. अताउर रहमान, पूर्व विधायक सुल्तान वेग आदि नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर वहा के प्रभावित निवासियों से बातचीत कर, उन्हें हर सम्भव मदद पार्टी की ओर से दिलाने का भरोसा दिलाया। डेलीगेशन में शामिल मीरगंज के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने जानकारी दी सपा के डेलिगेशन को लोगों ने बताया कि वे लोग पिछले 100 सालों से वहां रह रहे हैं और उनके पास घर के कागजात के साथ पानी का टैक्स जमा करने के भी डाक्यूमेंट्स हैं। प्रेसवार्ता के दौरान डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे मुरादाबाद सांसद एसटी हसन ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मामले मे हस्तक्षेप कर रेलवे की कार्रवाई को रूकवाने की अपील की। सपा सांसद ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस कड़ाके की ठंड के मौसम मे लोगों को घरों से बेघर करना किसी भी प्रकार से भी न्यायोचित नहीं है। पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर लोगों को घर से बेघर करने के पीछे रेलवे और सरकार की खुली हठधर्मिता है। उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी हाईकमान इस मुद्दे पर रेलवे और उत्तराखंड सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं, और गरीबों एवम् प्रभावित परिवारों की इस लड़ाई के सहयोग हेतु समाजवादी पार्टी की ओर से एक वकीलों का पै़नल भी गठित करने का उन्होंने आश्वासन दिया।

रिपोर्ट: मोहित ‘मासूम’

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