BareillyLive: रामपुर बाग स्थित आनंद आश्रम में श्री राम कथा का शुभारंभ करते हुए कथा व्यास श्री पंडित बृजेश पाठक जी ने कहा सच्चा संत वही है जो देना ही देना जानता है और चोर वही है जो केवल लेना ही लेना जानता है रामायण में हनुमान जी ऐसे ही संत है जो केवल देना ही देना जानते हैं सुग्रीव से मिले तो उन्हें किसकिंधा का राज दिला दिया, विभीषण से मिले तो लंका का राज दिला दिया, भगवान राम से मिले तो उन्हें सीता जी से मिला दिया, भरत से मिले तो उन्हें प्रभु राम से मिला दिया और गोस्वामी तुलसीदास से मिले तो उन्हें श्रीराम से मिला दिया, उनका दर्शन करा दिया। हनुमान जी अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता हैं वह अपने भक्तों को निरंतर देते ही रहते हैं। पंडित बृजेश पाठक जी ने कहा हनुमान जी निष्काम सेवक हैं अपनी निष्काम सेवा और समर्पण से उन्होंने श्री राम सहित सभी को अपना ऋण बनाया और कभी किसी से कुछ नहीं मांगा प्रभु राम से भी नहीं यदि एक बार मांगा भी तो प्रभु राम से उनकी भक्ति मांगी क्योंकि भक्ति में भगवान से कुछ लेना नहीं होता बरन अपने आप को भगवान को देना होता है भक्ति का अर्थ ही होता है बिना शर्त समर्पण। हनुमान जी का सेवा भाव उनका समर्पण अतुलनीय है वंदनीय है।
आनंद आश्रम के मंत्री नरसिंह मोदी ने बताया पंडित श्री बृजेश पाठक जी द्वारा रामायण की प्रात कालीन कथा आज से प्रारंभ हुई है कथा का समय 8:45 से 9:45 AM तक रहेगा कथा 20 अक्टूबर तक चलेगी। भक्तजनों से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में कथा यज्ञ में सम्मिलित हो एवं अध्यात्मिक लाभ प्राप्त करें। आज के आयोजन में आनंद आश्रम के मंत्री नरसिंह मोदी, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, अनिल जी, सर्वेश जी, आनंद स्वरूप जी, दीपेश खंडेलवाल, अनुज अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।