भमोरा (बरेली)। क्षेत्र के एक गांव में पांच मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी। रविवार को गांव में कैम्प कर बुखार के 170 रोगियों की जांच की। यहां 30 रोगी मलेरिया के पाये गये। गांव में जगह-जगह गंदगी और कूड़े के ढेर के लगे हैं। पानी भरा है, मच्छर पनप रहे है। गांव में 7 माह से सफाई कर्मचारी की तैनाती नहीं है।
भमोरा क्षेत्र के गांव सहासा में पिछले दो दिनों में पांच लोगों की मौत हो गई। इसकी खबर प्रकाशित हुई तो शनिवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभारी डॉ. गौरव शर्मा के नेत्तृव में फॉरमेसिस्ट नारायण हरि, बीएचडब्ल्यू अंकुर व सत्यप्रकाश, एएनएम गीता व आशा सिंह ने गांव में कैम्प किया। इसमें 170 रोगियों की जांच हुई। 30 रोगी मलेरिया के पाये गये। साथ ही रोगियों की जांच कर दवा का वितरण किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी के निर्देश पर गांव में फायराथ्रिम दवा का छिड़काव कराया गया।
डॉ. गौरव शर्मा ने बताया गांव में प्रधान द्वारा अवगत कराया गया की पिछले 7 माह में सफाई कर्मचारी की तैनाती नहीं है। जिससे गांव में गंदगी फैली हुई है। इसी के चलते अधिक लोग बीमार हो रहे हैं। बताया 15 टीमें हर रोज अलग-अलग गांव में कैम्प कर रही हैं। आपात स्थिति के लिए एक टीम इमरजेंन्सी के लिए सीएचसी पर रखी गई है।