BareillyLive: श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सुश्री साध्वी आस्था भारती द्वारा वर्णित भागवत कथा में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा हुआ है। विदित है कि दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 21 से 27 नवंबर 2022 तक एम.बी. इंटर कॉलेज ग्राउंड, नैनीताल रोड, बरेली, उत्तर प्रदेश में श्रीमद भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। आज भागवत कथा के पंचम दिवस साध्वी आस्था भारती जी ने गोवर्धन लीला के पीछे छिपे रहस्य को श्रोताओं के समक्ष प्रकट किया। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी आस्था भारती जी ने बताया कि यदि वर्तमान परिवेश में किसी व्यक्ति के समक्ष यह प्रश्न रख दिया जाए कि सबसे उत्तम लाभ क्या है? निश्चित ही वह धन, प्रतिष्ठा, मान इत्यादि किसी भौतिक वस्तु को ही नामांकित करेगा। परन्तु यक्ष के पूछने पर युधिष्ठिर ने इसका सटीक उत्तर दिया- ‘लाभानां श्रेय आरोग्यं’ अर्थात् आरोग्यता ही सबसे श्रेष्ठ लाभ है। पूर्ण स्वास्थ्य ही सर्वोपरि लाभ है। पूर्ण स्वास्थ्य शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक आरोग्यता को प्राप्त करना है। शारीरिक स्वास्थ्य- किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मानव का शारीरिक रूप से स्वस्थ होना अनिवार्य है। मानसिक स्वास्थ्य- मानसिक विकारों से ग्रस्त मन-बुद्धि वाले मानव को भी हम स्वस्थ नहीं कह सकते। इन विकारों को भी जीवन से दूर करना होगा, जिसके लिए आवश्यकता है- अपनी आत्मा को जानना। अपने भीतर ईश्वर का प्रत्यक्ष दर्शन करके ही जीव आत्मिक स्तर पर स्वस्थ होता है। फिर शरीर केवल ऐन्द्रिक कामनाओं की प्राप्ति का माध्यम न रहकर जीव के लिए आत्मोन्नति का साधन बन जाता है। मन विकारों के तम से मुक्त होकर आत्मिक विकास में सहायक सिद्ध होता है। इसे ही आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होना कहा जाता है। इसी लाभ को जगद्गुरु श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में गोवर्धन लीला के माध्यम से गोप-ग्वालों व गोपियों को प्रदान किया था। आज महाराज जी समाज को पूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करते हुए ब्रह्मज्ञान के साथ-साथ माता कामधेनु के दुग्ध की महत्ता से भी अवगत करवा रहे हैं। इतना ही नहीं, गुरुदेव के मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान समय-समय पर विलक्ष्ण योग शिविर, आँख जाँच शिविर, रक्तदान शिविर इत्यादि शिविरों का भी प्रबंध करती आ रही है।