nagar nigam bareilly बरेली बरेली। नगर निगम द्वारा टैक्स में की गयी बेतहाशा वृद्धि से लोगों में आक्रोश है। नयी टैक्स दरों के खिलाफ भाजपा पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त के समक्ष अपना पक्ष रखा। सभी ने नगर निगम की टैक्स दरों को ज्यादा बताया। सभी ने एक स्वर में मांग की कि बढ़ी हुई दरें खारिज की जाएं।

नगर निगम में टैक्स दरों को लेकर गुरुवार को सुनवाई थी। विधायक डॉ.अरुण कुमार, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के प्रतिनिधि सतीश रोहतगी, गुलशन आनंद, डॉ.प्रमेंद्र माहेश्वरी, हरि ओम राठौर, राजीव अग्रवाल, अनिल गुप्ता आदि अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति सिंह के पास पहुंचे। इन लोगों ने एक-एक वार्ड के टैक्स पर चर्चा कर ज्यादा बताया। अपर नगर आयुक्त ने नियमावली का हवाला दिया तो भाजपाइयों ने नियमावली को सही बताया। कहा कि आप लोगों ने टैक्स दरें गलत तरीके से निर्धारित की है।

भाजपा नेताओं ने कानपुर, आगरा, गाजियाबाद, लखनऊ की टैक्स दरों का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए प्रदेश में निगमों की समानता के आधार पर टैक्स लगाये जाने पर बहस की। कहा कि अनुपात के आधार पर बरेली में 360 गुना तक टैक्स बढ़ा दिया गया, जो जनता के साथ अन्याय है। टैक्स विरोध संघर्ष समिति की ओर से नगर विधायक डाॅ0 अरूण कुमार ने कहा कि अधिकारियों द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना की जा रही है।

बता दें कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार सूची खारिज होने के उपरान्त अब नगर निगम सन् 2009 वाला टैक्स ही लगा सकता है। उप नगर आयुक्त शक्ति सिंह ने दी गई दलीलों को सुनने के बाद कहा कि वह दी गई दलीलों से सहमत हैं और अपने स्तर से वह प्रयास करेंगे कि संघर्ष समिति द्वारा दी गई दलीलों और बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए अग्रिम निर्णय दें। इस मोके पर भाजपा प्रार्षद रूपेन्द्र पटेल, विपुल लाला, राज कुमार, चमन सक्सेना, आयष सक्सेना आदि मौजूद रहे।

इससे पूर्व सपा के पूर्व उपसभापति सय्यद रेहान अली, जहीरुद्दीन मुन्ना, उसमान अल्वी, बब्लू खान और मेराज अली ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी आरके सोनकर के समक्ष पक्ष रखा। बोले, टैक्स दर काफी ज्यादा हैं, कम होनी चाहिए। सहायक नगर आयुक्त निशा मिश्र ने पांच लोगों की आपत्ति सुनी।

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