लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कौशल किशोर के घर की कलह शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। इस हाई वोल्टेज फैमिली ड्रामा ने रविवार की रात खतरनाक मोड़ ले लिया। उनकी बहू अंकिता सिंह ने उनके ही घर के सामने अपने हाथ की नस काट ली। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आनन-फानन में उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। गौरतलब है कि अंकिता के पति आयुष पर खुद पर फायरिंग कराकर साजिश करने और धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज है।
आत्महत्या की कोशिश से पहले अंकिता ने 5 मिनट 10 सेकंड का वीडियो जारी किया था जो अब वायरल है। इसमें अंकिता रोते हुए कह रही हैं, “मैं इस दुनिया से जा रही हूं। …आयुष मेरी कोई गलती नहीं थी लेकिन तुमने मेरे जीने की कोई वजह नहीं छोड़ी। तुम मुझे छोड़ कर चले गए। एक बार भी यह नहीं सोचा कि मेरा क्या होगा? तुम्हारी मां विधायक है और बाप सांसद है तो मेरी कोई नहीं सुनेगा।”
वीडियो में अंकिता ने आगे कहा है, “घर का किराया नहीं दिया, गैस सिलेंडर नहीं भरवाया, एक बार भी नहीं सोचा कि मैं क्या खाऊंगी। अगर तुम मेरे पास नहीं आओगे तो मुझे रहना भी नहीं हैं। मैं जा रही हूं। मैं जा रही हूं और तुम मुझे याद रखोगे और सोचोगे कि मुझसे ज्यादा चाहने वाला तुम्हें कोई और नहीं मिलेगा। मेरी मरने की वजह तुम हो और तुम्हारे घर वाले हैं, मैं जा रही हूं।”
अंकिता ने रविवार देर रात यह वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया फिर स्कूटी से दुबग्गा स्थित सांसद कौशल किशोर के घर के बाहर पहुंचीं और आयुष को बुलाने लगीं। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने हाथ की नस काट ली।
आयुष रविवार को पुलिस के सामने हुआ था पेश
रविवार को ही आयुष हजरतगंज थाने में पेश हुआ था। इससे पहले वह फरार था और वीडियो वायरल कर अपनी पत्नी अंकिता पर गंभीर आरोप लगाए थे। बदले में अंकिता ने उसका नार्को टेस्ट कराने की अपील की थी।
ये है पूरा मामला
मड़ियांव कोतवाली क्षेत्र में बीती 2 मार्च की रात 2:10 बजे भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष पर फायरिंग हुई थी। पुलिस ने इस मामले में आयुष के साले आदर्श को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर का दावा था कि आयुष ने कुछ लोगों को फंसाने के लिए साले से खुद पर गोली चलवाई। आदर्श को पुलिस ने अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया था।
आयुष की गिरफ्तारी पर तीन दिन पहले हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने रोक लगा दी थी। दरअसल, आयुष के खिलाफ 120 बी, 420, 505 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इन सभी धाराओं में सजा का प्रावधान 7 साल से अधिक नहीं है। ऐसे में CRPC में प्रावधान है कि ऐसे मामले में आरोपी को राहत दी जाती है और उसकी गिरफ्तारी से पहले नोटिस जारी किया जाता है। यदि आरोपी के फरार होने की आशंका है तो मजिस्ट्रेट को बताकर गिरफ्तारी की जाएगी।
आयुष ने बताया कि उसकी अंकिता से कैसे शादी हुई
आयुष ने एक हफ्ते पहले वीडियो जारी कर कहा था कि 7 महीने पहले उसकी अंकिता सिंह से मुलाकात हुई थी। इसके बाद उसकी ओर से मुझ पर शादी का दबाव बनाया गया। मैं उसके प्यार में पागल था, इसलिए घर वालों के खिलाफ जाकर मैंने शादी कर ली। रेलवे के पटरी पर बैठकर अंकिता ने मुझसे वीडियो कॉल करवाया और कहा कि बोलो मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं जिसके चलते मेरे पिता सदमे में आ गए।
आयुष ने कहा कि शादी के बाद अंकिता ने कभी मंगलसूत्र नहीं पहना और सिंदूर भी नहीं लगाया और आज वह खुद को सांसद की बहू के तौर पर मीडिया के सामने पेश कर रही है। मीडिया अंकिता के गांव बहराइच में हुजूरपुर जाकर वहां पता करे उसके कारनामे के बारे में। उसने कई शादियां की थीं। वह प्रदीप कुमार सिंह नाम के व्यक्ति से शादी कर चुकी है और अभी तक तलाक नहीं हुआ है।
आयुष ने कहा कि जब तक मेरे पास पैसे थे तब तक मैंने अंकिता और उसके घर वालों को पाला है। जब पैसे खत्म हो गए तो अंकिता ने अपना रूप दिखाया।
भाजपा सांसद कौशल किशोर के मुताबिक आयुष ने प्रेम विवाह किया थ। इसकी वजह से वह परिवार से अलग भिटौली के नजदीक रहता था।