BareillyLive. बरेली में ईसाई मिशनरी द्वारा हिन्दुओं को ईसाई बनाने का मामला सामने आया है। यहां बीते करीब 20 वर्षों से हिन्दुओं को धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म में शामिल किया जा रहा था। रविवार को धर्मान्तरण क सूचना हिन्दू संगठनों ने दलों के कार्यकर्ता पुलिस के साथ एक घर पर पहुंचे तो वहां सौ से अधिक लोग मिले। वहां ईसामसीह की फोटो और बाइबिल की प्रतियां भी मिलीं। इस पर वहां जमकर हंगामा हुआ। मामला सुभाषनगर थाना क्षेत्र के वंशीनगला का है। इसके बाद हिन्दू संगठन थाना पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी। इस पर दूसरे पक्ष ने भी तहरीर देकर हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
किया जा रहा हिन्दुओं का ब्रेनवॉश
बरेली के थाना सुभाष नगर क्षेत्र के बंसीनगला में कई सालों से हिन्दुओं को ईसाई बनाने का षडयन्त्र चल रहा था। यहां एक मकान को एसेम्बली ऑफ गॉड का बोर्ड लगाकर हिन्दुओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा था। यहां गरीब हिन्दुओं को तमाम प्रलोभन देकर ईसाई धर्म की ओर आकर्षित किया जाता है। यहां हिन्दुओं को इस कदर ब्रेनवॉश कर दिया गया है कि वे स्वयं अपने देवी-देवताओं को नहीं मानने की बात कहते दिखे।
घटनाक्रम के अनुसार आज हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता जब पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां उनके साथ हाथापाई की गयी। इसके बाद वह लोग वहां से थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। इस पर पुलिस ने धर्मान्तरण कराने वाले भगवान दास को हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ की जा रही है।
वहीं भगवान दास का कहना है कि वह किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराता बल्कि लोगों को प्रभु यीशु पर विश्वास है। लोग उनके घर अपने आप आते है। भगवान दास का कहना है कि रोजाना सौ सवा सौ लोग उनके घर पर आते हैं और वहां पर प्रभु यीशु की प्रार्थना की जाती है।
तहरीर में आरोप
हिंदूवादी नेता हिमांशु पटेल और केके शंखधार द्वारा थाना में दी गई तहरीर में चर्च प्रबंधन पर रुपयों का प्रलोभन देकर हिंदूओं का बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराए जाने का आरोप लगाया है। तहरीर में कहा गया है कि वह सुबह सिटी श्मशान भूमि के पास बंशी नगला स्थित एक मकान में हिंदुओं के मतांतरण की सूचना पर पहुंचे थे। वहां धार्मिक पुस्तक समेत अन्य ग्रंथों के माध्यम से सैकड़ों हिंदू महिलाओं और बच्चों का ब्रेनवॉश कर उन्हें ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने का कार्य होता मिला। आरोप है कि जब उन्होंने जानने का प्रयास किया तो मिशनरी से संबधित लोगों द्वारा अभद्रता और गाली-गलौज शुरू कर दी गई।
धर्मान्तरण और गाली-गलौज का विरोध करने पर के.के. शंखधार के साथ धक्का-मुक्की और भविष्य में जान से हाथ धोने की धमकी दी गई। वहीं हिंदू धर्म के साथ उनके आराध्यों का भी अपमान किया गया। वहीं उनका कहना है कि बरेली में जो आज हो रहा था कोई नया नहीं है, यहां पिछले कई सालों से मतांतरण का खेल चल रहा है।
दूसरी ओर बंशी नगला की नई बस्ती के भगवान दास, सुनीता, नीतू देवी, सुमन समेत दर्जनों महिलाओं ने पुलिस को दीं दो तहरीरों में बताया कि आज सुबह करीब 11 बजे जब वह पास के एजी चर्च मे प्रार्थना कर रहे थे। तो केके शंखधार, हिमांशु पटेल के साथ बजरंग दल, हिंदू युवा वाहिनी और गोरक्षा दल के लोगों के साथ चर्च में घुस आए और प्रार्थना को रुकवा कर धार्मिक पुस्तक समेत अन्य ग्रंथों को फाड़ दिया। तहरीर में हिंदूवादी नेताओं पर आधे घंटे में शरीर से खाल उतारने, जान से मारने की धमकी समेत घर में घुसकर मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
करणी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल सिंह ने धर्मान्तरण कराने के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने हिन्दू समाज के लोगों से किसी लालच में धर्म परिवर्तन नहीं करने की अपील की है।
धर्मान्तरण का विरोध करने में के के शंखधार, दिव्य चतुर्वेदी, नवीन राजपूत, रोहित उपाध्याय, उपदेश पांडेय, हिमांशु पटेल, अमित राठौर, कमल राणा, मनीष पाठक, विष्णु देव पाठक, संजय शुक्ला, दीपक पाठक, राजेश पाठक, शिवम और करणी सेना के जिलाध्यक्ष राहुल सिंह आदि हिन्दू वादी नेता मौजूद थे।
पड़ताल की जा रही है : एसपी सिटी
वहीं इस मामले पर एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि डायल 112 पुलिस को वंशी नगला मोहल्ले के एक मकान में करीब 60-70 व्यक्तियों को एक व्यक्ति द्वारा इसाई धर्म में मतांतरण किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। जहां स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले का संज्ञान लिया है। वहीं दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत दर्ज कर पड़ताल की जा रही है।