बरेली। स्वतंत्रता सेनानी शांति शरण विद्यार्थी स्मारक ट्रस्ट और मानव सेवा क्लब के संयुक्त तत्वावधान में रोटरी भवन में स्वतंत्रता सेनानी शांति शरण विद्यार्थी का जन्मशताब्दी समारोह मनाया गया। इसमें वक्ताओं ने युवाओं का आह्वान किया कि वे विद्यार्थी जी के देशप्रेम और निष्ठा से प्रेरणा लें। पंचम शांति शरण विद्यार्थी सम्मान इतिहासकार रणजीत पांचाले को दिया गया।
समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद प्रो. एनएल शर्मा ने की। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री छत्रपाल सिंह तथा विशिष्ट आतिथ्य मेयर डॉ. उमेश गौतम और नगर विधायक डा. अरुण कुमार रहे।
समाजसेवी एवं रंगकर्मी जेसी पालीवाल ने शांति शरण विद्यार्थी के साथ रेलवे में लंबे समय कार्य करने के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वह सच्चे देशभक्त थे जिनमें ईमानदारी कूट-कूट कर भरी हुई थी। रेलवे के उनके 39 वर्षों के कार्यकाल में कई बार ऐसे मौक़े आये जब उन्होंने अपनी ईमानदारी और दृढ़ निश्चय के बल पर बड़े-बड़े अधिकारियों को भी अपनी बात मानने को मजबूर कर दिया।
मुख्य अतिथि राजस्व राज्यमंत्री छत्रपाल गंगवार ने कहा कि आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहा है तो यह उन अनगिनत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बदौलत ले रहें हैं जिन्होंने अपना सब कछ दांव पर लगाकर देश को आज़ाद कराया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने मांग रखी कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शान्ति शरण विद्यार्थी के निवास स्थान प्रेमनगर धर्मकांटा चौराहे का नाम उनके नाम पर किया जाये तथा वहां पर उनकी मूर्ति स्थापित की जाये। कार्यक्रम का संचालन सीए राजेन विद्यार्थी ने किया। सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया।
ट्रस्ट की गतिविधियों के बारे में राकेश विद्यार्थी ने जानकारी दी। सरस्वती वंदना रीता सक्सेना, वन्दे मातरमे शकुन सक्सेना और शालिनी विद्यार्थी ने की। क्लब का आवाहन गीत मुकेश सक्सेना ने गाया। संस्था के बारे में जानकारी महासचिव अभय सिंह भटनागर ने दी। सभी का आभार वरिष्ठ सदस्य सीए अखिल रस्तोगी ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में शामिल लोगों में राजेश चंद्र विद्यार्थी, नरेश मलिक, इन्द्र देव त्रिवेदी, मितुल विद्यार्थी, प्रशान्त विद्यार्थी, सत्येंद्र सक्सेना, अनिल सक्सेना, सीए सुधीर मेहरोत्रा, सीए राकेश अग्रवाल, सीए अखिल रस्तोगी, सीए सुमित अग्रवाल, उन्मुक्त संभव, पूर्णिमा अनिल, शैलजा विद्यार्थी, रश्मि विद्यार्थी, प्रीती सक्सेना, राजेश्वरी अत्रि, शशि बाला वर्मा, प्रदीप मधवार आदि शमिल थे।