रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर के सिरगिट्टी में महुआ की शराब में होम्योपैथिक कफ सिरप मिलाकर पीने से एक ही परिवार के 8 युवकों की मौत हो गई जबकि 5 अन्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

जानकारी के अनुसार, मंगलवार शाम को कई युवकों ने नशे के लिए महुआ की शराब में होम्योपैथिक कफ सीरप में  मिलाकर पिया था। इसके बाद सभी अपने-अपने घर चले गए। रात में ही इनकी तबीयत बिगड़ गई। सभी को उल्टियां होने लगी। बुधवार सुबह तक 4 युवकों ने घर पर ही दम तोड़ दिया। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि गांव के युवक पिछले कुछ दिनों से होम्योपैथिक सिरप को कोरोना की दवा समझ कर कर पी रहे थे।

बिलासपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने बताया है कि होमियोपैथिक दवा पीना इन मौतों का कारण हो सकता है क्योंकि वह एल्कोहलिक है। सीएमओ के अनुसार युवकों ने महुआ की शराब में ड्रोसेरा 30 नाम की दवा मिला कर पी थी। इस दवा में 91 प्रतिशत अल्कोहल होता है। मौत के वस्तविक कारणों का पता करने के लिए टीम जांच कर रही है।

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