बरेली। तमाम कोशिशों के बाद भी पत्रकारिता के लिए सरकार द्वारा मानक तय नहीं हो पाने के कारण इस पेशे में अनेक ऐसे तत्व भी घुस आये हैं जो पत्रकारिता के नाम पर वसूली का धंधा करने में लगे हैं।
अपने शहर में वसूली का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में खुद को पत्रकार बताने वाले ने एक कॉलेज के संचालक से लाखों रूपयों की उगाही करने की योजना न केवल बनायी बल्कि उसे अंजाम भी देने लगा। हैरतअंगेज बात यह है कि इन कथित पत्रकारों के गैंग ने अपनी वसूली में डीएम तक को शामिल कर लिया। उगाही के मामले में डीएम का नाम आने से स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई है।
इंस्टीट्यूट संचालक ने डीएम से मामले की लिखित शिकायत की है। इंस्टीट्यूट संचालक और कथित पत्रकार के बीच बातचीत का ऑडियो भी वायरल हो चुका है।
वायरल हुआ Audio
ये है मामला
जिलाधिकारी बरेली को लिखे शिकायती पत्र में हिन्दुस्तान इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंस के डायरेक्टर डॉ. विनोद कुमार यादव ने आरोप लगाया है कि खुद को पत्रकार बताने वाले शशांक शर्मा, आशीष सिंह, गुलाम साबिर आजाद, अनीस अंसारी और भगवती प्रसाद ने उनके इंस्टीट्यूट को फर्जी बताकर जिलाधिकारी से शिकायत की है।
हिन्दुस्तान इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंस के डायरेक्टर डॉ. विनोद कुमार यादव ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इन लोगों ने उनसे संस्थान को क्लीन चिट देने के एवज में 5 लाख रूपये की डिमांड की है। यही नहीं उन्होंने अपनी रंगदारी में बरेली जिलाधिकारी को भी शामिल किया है। डॉ. विनोद कुमार ने शिकायती पत्र में रंगदारी मांगने वाले पत्रकारों को 1 लाख रूपये देने की बात भी कही है।
बतौर सबूत पेश की ऑडियो रिकॉर्डिंग
संस्थान के निदेशक डॉ. विनोद कुमार यादव ने डीएम बरेली से गुहार लगाते हुए कहा है कि रंगदारी मांगने वाले फर्जी पत्रकारों की वजह से शिक्षा सत्र 2017-18 में प्रवेश लेने वालों छात्रों का काफी नुकसान हो रहा है। निदेशक यादव ने डीएम के सामने रंगदारी मांगने वाले पत्रकार की फोन कॉल को भी रिकार्ड कर प्रस्तुत किया है।
आडियो में साफ तौर पर कथित पत्रकार यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर 5 लाख रूपये नहीं चुकाये गये तो कालेज का डिब्बा बंद हो जायेगा। रंगदारी का आडियो सामने आने के बाद बरेली प्रशासन में खलबली मच गई है।
फिलहाल डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट यू.पी. सिंह इस पूरे मामले की जाँच कर रहे हैं। सिटी मजिस्ट्रेट यू.पी. सिंह ने बताया कि पुलिस को निर्देशित करते हुए फोन कॉल की सीडीआर की जांच करवाई जा रही है। इसके साथ ही कालेज की भी जाँच चल रही है।