BareillyLive : जिलाधिकारी शिवकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेन्ट ऑफ क्राप रेजीडयू योजनान्तर्गत फसल अवशेष प्रबन्धन के सम्बन्ध में जनपद स्तरीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम एवं कृषक गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में डॉ राकेश पाण्डेय वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र आईवीआरआई द्वारा कृषकों को फसल अवशेष प्रबन्धन के लाभ के विषय तथा पराली जलाने के नुकसान के विषय में विस्तृत चर्चा करते हुए कृषकों को पराली प्रबन्धन करने तथा बेस्ट डी कम्पोजर के प्रयोग के बारे में जानकारी दी गयी। कृषकों को इस विषय में उठायी गयी विभिन्न शंकाओं का समाधान जिलाधिकारी द्वारा किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश एवं अपर जिलाधिकारी (नगर) आरडी पाण्डेय द्वारा कृषकों से रोचक जानकारियॉ साझा की गयी तथा धान की पराली एवं गन्ने की पताई को खेत के अन्दर ही मिटटी की उर्वरता बढाने के लिए उपयोग करने के बारे में प्रेरित किया गया।
कृषक मनोज कुमार फरीदपुर ने पराली प्रबन्धन के बारे में अपने अनुभव कृषकों के साथ साझा किये। जिलाधिकारी की पहल पर गोष्ठी में प्रतिभाग करते हुए उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने कृषकों को बताया कि उनकी फर्म ध्रुव बायो फ्यूल, प्रा0लि0 ग्राम-भोजपुर रामनाथ तहसील फरीदपुर के द्वारा कृषकों की पराली एवं गन्ने की पताई रू 1500 प्रति टन क्रय करेगी एवं सतत् रूप से उनकी फर्म इस कार्य को करती रहेगी।
कृषकों के सुगम सम्पर्क के लिए अपना मोबाइल नंबर 9389433198 साझा किया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृषकों से नजदीकी गौशालाओं में पराली दान करने की अपील की गयी। जिलाधिकारी ने कृषकों के पराली न जलाने के साथ ही अपने क्षेत्र के अन्य कृषकों को भी फसल अवशेष प्रबन्धन के सम्बन्ध में जागरूक करने की अपील की गयी। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने फसल के अवशेष प्रबंधन के संबंध में कृषक भाइयों को जागरूक करने हेतु दो प्रचार वाहनों को कलेक्टर प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, अपर जिलाधिकारी (नगर) आरडी पाण्डेय, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, गन्ना विभाग, जनपद के प्रगतिशील कृषकों सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।