बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही जीरो टॉलरेंस और भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के दावे करें लेकिन अधिकारी-अभियंता-ठेकेदार गठजोड़ अपनी कारस्तानियो से बाज नहीं आ रहा है। इसका ताजातरीन उदाहरण है शहर में आज गुरुवार, 10 मार्च 2021 को उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन के हाथों लोकार्पित तुलाशेरपुर-100 फुटा सीसी मार्ग।
अधिकारियों ने उद्घाटन के दौरान जो जानकारी दी, उसके अनुसार तुलाशेरपुर में वीरेश गुर्जर की सीमेंट की दुकान के सामने से होते हुए 100 फुटा रोड तक सीसी मार्ग और नाली का निर्माण कराया गया है। मौके पर लगे लोकार्पण के पत्थर पर भी यही दर्ज है। लेकिन, यहां बात आधी हकीकत-आधा फसाना वाली है। त्वरित आर्थिक विकास योजना के तहत इस सीसी रोड का निर्माण तो कराया गया पर नाली बनाना संभवतः “जान-बूझकर” भूल गए। “जान-बूझकर” इसलिए क्योंकि नाली भले ही न बनवाई हो पर उसको बनाने की घोषणा की गई और इस “अमूल्य” जानकारी को देता पत्थर भी लगाया गया है।
अब हालत यह है कि इस सड़क से गुजरने वाले लोग इसके दोनों ओर बनवाई गई नाली को खोज रहे हैं पर वह नामुराद शर्माकर न जाने कहां छुप गई है कि नजर ही नहीं आ रही। बहरहाल, इधर लोग इस नाली को खोज रहे हैं, उधर अधिकारी “मामले का पता लगाते हैं” कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
अब हम आपको इस नई-नवेली सीसी रोड और नाली की कुछ फोटो दिखा रहे हैं। इनमें सड़क तो नजर आ रही है, नाली आप स्वयं खोज लीजिए और यदि मिल जाए तो अफसर-अभियंता-छेकेदार और महापौर को धन्यवाद देना न भूलिएगा।