बरेली। ‘‘स्वच्छता ही सेवा’’ के संदेश के साथ सेना की गरुड़ डिवीजन के सिग्नल रेजीमेंट के जवान १० दिनों की साइकिलिंग पर निकले हैं। इस दौरान ये जवान पहाड़ों पर करीब 1000 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। 6 माउण्टेन डिवीजन सिग्नल रेजीमेण्ट के डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर संजय नन्द ने झण्डी दिखाकर जवानों को रवाना किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता के बीच शान्ति, एकता, अखण्डता और भारतीय सेना के साहस को दर्शाना है।
ये है टीम और 1048 किमी का रूट
15 सदस्यीय इस साईकिलिंग दल में एक अधिकारी व एक जेसीओ और बाकी जवान शामिल हैं। ये टीम इस यात्रा के दौरान पहाड़ों पर प्रतिदिन एक सौ किलोमीटर साइकिलिंग करेगी। बरेली से चलकर बनबसा, चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा से होते हुए चौबटिया सिली मल्ली होकर लैन्सडॉन पहुंचेगा। वहां से वापस सिली मल्ली, कालाढूंगी, हल्द्वानी होते हुए बरेली पहुंचेगा। यह पूरी यात्रा 1048 किलोमीटर की होगी। इस दल का नेतृत्व कैप्टन नीलेश कुमार कर रहे हैं।
सैनिकों में नई ऊर्जा का संचार करेगा यह अभियान : सीओ
सिग्नल रेजीमेण्ट के सीओ कर्नल एमएस सिलोट ने बताया कि इस अभियान का समापन 30 अक्टूबर को एक भव्य समारोह के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान सैनिकों में शारीरिक क्षमता, दक्षता के साथ सैन्य जीवन में आने वाली नई चुनौतियों का सामना करते हुए नई ऊर्जा का संचार करना व दल भावना को जागृत करेगा।