बरेली : भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (Indian Veterinary Research Institute या IVRI) इस वर्ष पशुओं में होने वाली 6 प्रमुख बीमारियों के टीके तैयार कर लेगा। संस्थान के महानिदेशक (पशु विज्ञान) बीएन त्रिपाठी ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगले पांच वर्षों के लिए आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) से आईवीआरआई को 392.80 करोड़ रुपये का बजट मिलना तय हुआ है। इसमें से आईवीआरआई को 276.14 करोड़, विशेष योजनाओं को 30.86 करोड़ एवं अन्य परियोजनाओं को 85.80 करोड़ रुपये मिलने है।
बीएन त्रिपाठी ने बताया कि वैसे तो हम लोग अगले पांच वर्षों में कुल 22 टीके बनाने जा रहे हैं लेकिन इनमें से इस वर्ष केवल 6 प्रमुख टीके बनाए जाने हैं।
इस वर्ष ये टीके किए जायेंगे तैयार
- थर्मों स्टेबल (तापरोधीय) खुरपका एवं मुंहपका रोग का टीका
- बकरियों में पीपीआर एवं चेचक रोग का मिश्रित टीका
- भेड़ों में पीपीआर एवं चेचक रोग का मिश्रित टीका
- कुत्तों में डिस्टेंपर रोग का तनुकृत टीका
- कुत्तों में पारवो विषाणु रोग का टीका
- बत्तखों में प्लेग रोग का टीका