BareillyLive: कटरा चांद खां पुराना शहर स्थित प्राचीन श्री सीताराम मंदिर के प्रांगण में चल रही श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन कथावाचक आचार्य मुकेश मिश्रा ने कहा कि हमारे भारत की धरा बहुत ही पुण्यशाली भूमि है। इस भूमि पर जन्म लेने के लिए देवता भी तरसते हैं। वे यहां जन्म लेकर कई लीलाएं करते हैं। संपूर्ण विश्व की संस्कृतियों में परमात्मा को भारत भूमि की ही संस्कृति सर्वाधिक प्रिय है। इसलिए भगवान भारत भूमि पर ही अवतार ग्रहण करते हैं। इसलिए भारत की संस्कृति व सभ्यता संसार में सर्वश्रेष्ठ है।कलयुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है, सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जागृत हो जाता हैं। इससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती हैं। कथावाचक ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान कृष्ण ने राधा रानी संग गोपियों के साथ वृंदावन में रास रचाया। इस अवसर पर माता पार्वती के साथ भगवान शंकर भी पधारें। कथा में कंस की ओर से श्री कृष्ण व बलराम काे लेने के लिए अक्रूर काे भेजा जाता है। मथुरावासियों की ओर से दाेनाें भाइयों का स्वागत किया जाता है। कथा में कंस वध, वासुदेव व माता देवकी काे कारागृह से मुक्त करवाने के वृतांत सुनाए गए। उधर उधव काे गाेपियाें काे ज्ञान भक्ति के बारे में बताने के लिए भेजना और उधव का वापिस भगवान की प्रेम भक्ति की गाथा सुन निराश लाैटने के प्रसंगों का दृष्टांत वर्णन किया गया। कथा में रुकमणी भगवान श्री कृष्ण विवाह महोत्सव मनाया गया दिव्य झांकी को देखकर भक्त भावविभोर हो उठे। व्यासपीठ से कई सुमनोहर भजन गाए गए। जिसे सुनकर श्रद्धालु गण झूमने लगे। कथा के मुख्य यजमान तोताराम गुप्ता ने पत्नी सहित विधि विधान से व्यास मंच की पूजा अर्चना की, पंडित उमा शंकर शास्त्री, प्रदीप दीक्षित ने वेद मंत्रोच्चार के साथ पूजन संपन्न कराया। भागवत कथा में संगीत हरि शंकर शर्मा व विमल पाराशरी ने दियाl इस अवसर पर मुख्य रूप से श्री सीताराम मंदिर के उपाध्यक्ष दिनेश दद्दा एड, श्याम मनोहर गुप्ता, अतीत गुप्ता ,राम अवतार वर्मा, नीरज गुप्ता, बांकेलाल श्रीवास्तव, गौरव मिश्रा, राजू गुप्ता, विवेक गुप्ता, राज गुप्ता आदि ने आज की व्यवस्था संभालीI कार्यक्रम में अनेकों भक्त शामिल हुए।
बरेली से जिला संवाददाता अभिनय रस्तोगी की रिपोर्ट