बरेली। विश्व योग दिवस पर “योग अभ्यास कार्यक्रम“ में बरेली वासियों के साथ ही यहां रह रहे पूर्वोत्तर के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। वीरसावरकर नगर के पार्क में हुए आयोजन में प्रतिष्ठित फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. गौरीशंकर शर्मा और योग प्रशिक्षक सुनील जी ने लोगों को योग अभ्यास कराया और विद्यार्थियों को योग मुद्राओं की बारीकियां समझायीं।
कार्यक्रम के संयोजक गिरीश पाण्डेय ने कहा कि योग कोई धार्मिक क्रियाकलाप नहीं बल्कि शरीर, मन और आत्मा को एकीकृत करने का विज्ञान है। उन्होंने बताया कि विश्व योग दिवस के अवसर पर माई होम इण्डिया (My Home India) की पश्चिम उत्तरप्रदेश की इकाई द्वारा संस्था के संस्थापक सुनील देवधर की प्रेरणा से इस “योग अभ्यास कार्यक्रम“ को आयोजित किया गया था।
विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से आयोजित इस योग शिविर में शहर के गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मेडिसिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. दिनेश विश्वास, भाजपा नेता शैलेन्द्र विक्रम और पिनाकी फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल गुप्ता ने इस योग उत्सव में शामिल होकर छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर बरेली के प्रतिष्ठित फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. गौरीशंकर शर्मा ने कहा बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए योग किसी वरदान से कम नहीं हैं। शरीर की जकड़न, रक्त संचार में समस्या के कारण ना जाने कितने ही रोग पनपते हैं, योग ऐसे रोगों से बहुत जल्दी राहत दिलाता है।
डॉ दिनेश विश्वास ने कहा कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ करता है बल्कि मन, मष्तिष्क के स्वस्थ बनाकर आत्मा के साथ तारतम्य बनाता है।
पिनाकी फाउण्डेशन (Pinaki Foundation) के सीईओ विशाल गुप्ता ने कहा योग का अर्थ है जोड़। योग, स्थूल शरीर को माध्यम बनाकर सूक्ष्म शरीर से होकर आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से विश्व के समस्त देश भारत के साथ आत्मिक रूप से भी जुड़ रहे हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में करुणा सेवा समिति, भारतीय योग संस्थान और पिनाकी फाउंडेशन का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर सारिका पाण्डेय, संजय शुक्ला, जॉय, सुनील कुमार समेत बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।