चौथ माता का मंदिर – चौथ का बरवाड़ा:कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी और 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी. करवाचौथ का व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा. पूजा का अति शुभ समय शाम 07:34 से 09:30 बजे तक है. इसके अलावा 09:30 से 11:45 तक है.हर साल कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रहती हैं।इस बार करवा चौथ का त्योहार 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा।इस शुभ अवसर पर श्रीचौथ_माता के दर्शन अत्यंत ही शुभ फलदायी होते हैं –
श्री चौथ माता यह देश का सबसे पुराना मंदिर है जो लगभग 567 साल पुराना है।
ये मंदिर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के बरवाड़ा नाम के शहर में है। इस मंदिर की स्थापना 1451 में वहां के शासक भीम सिंह ने की थी। करवा चौथ पर चौथ माता की पूजा जाती है और उनसे सुहागिन स्त्रियां अपने सुहाग की रक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं।
चाैथ माता गौरी देवी का ही एक रुप है। इनकी पूजा करने से अखंड सौभाग्य का वरदान तो मिलता ही है साथ ही दाम्पत्य जीवन में भी सुख बढ़ता है।