शरद सक्सेना, आंँवला (बरेली)। नरेन्द्र मोदी 2019 में पहले से ज्यादा सीटें जीतकर पुनः प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर विश्व के सबसे ताकतवर नेता के रूप में उभरेंगे। यह दावा कत्थक गुरु पुलकित महाराज ने नगर पालिका सभागार में किया। स्वयं को प्रधानमंत्री मोदी का अध्यात्मिक गुरू बताने वाले पुलकित महाराज ने नरेन्द्र मोदी की शान मे कसीदे पढ़े।
कहा कि मैंने 2016 में ही मोदी के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी कर दी थी। 2014 लोकसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कमेटी जिसमें मुरारी बापू, स्वामी अवधेशानंद, स्वामी रामदेव और स्वयं वह सहित अनेक लोग शामिल थे, से सुझाव मांगा था। इसमें सबसे पहले उन्होंने ही नरेन्द्र मोदी के नाम का सुझाव प्रधानमंत्री के रूप में रखा था।
मेरा जैसा गुरू मोदी का सौभाग्य
उन्होंने कहा कि यह नरेन्द्र मोदी का सौभाग्य है कि उन्हें मेरा जैसा गुरू मिला वहीं मुझे गर्व है कि मोदी जैसा शिष्य मुझे मिला, नरेन्द्र मोदी मात्र 4 घंटे ही सोते हैं तथा बाकी सारा समय देश के लिए लगाते हैं। बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना करना नरेन्द्र मोदी को बखूबी आता है। वह प्रत्येक चुनौती को स्वीकार करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। एकमात्र नरेन्द्र मोदी ही है जो इस देश को पुनः विश्वगुरू बना सकते हैं। उन्होंने अपील की नरेन्द्र मोदी को अभी 10 साल और देश की सेवा का मौका जनता को देना चाहिए।
आंवला है ऐतिहासिक पाडंवकालीन भूमि
पुलकित महाराज ने बताया कि जो व्यक्ति नवरस का आनन्द प्राप्त कर लेता है वह संत बन जाता है। मोदी को उन्होनें नवरस की अनुभूति कराई है। मोदी एक जिज्ञाशु पुरुष है। 2019 से पहले अयोध्या मेंं रामंदिर का निर्माण प्रारंम्भ हो जाएगा। उन्होनें आंवला को ऐतिहासिक पाडंवकालीन भूमि बताया।
उन्होनें योगी सरकार की भी जमकर तारीफ करते हुए कहा कि इस सरकार में वीवीआईपी कल्चर नहीं है, अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को पूरी छूट योगीराज में है। जबकि अन्य सरकारों में एक अदना सा कार्यकर्ता भी स्वयं को मुख्यमंत्री समझ अकड़ दिखाते थे। नोटबंदी व जीएसटी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके परिणाम दीर्घकालिक है।
इस मौके पर चेयरमैन संजीव सक्सेना ने साल ओढाकर उनका स्वागत किया यहां पालिका के बडे बाबू रजनीश तिवारी, अनमोल गुप्ता काकू, वीरसिंह पाल, नत्थू िंसह लोधी, रामपाल गुप्ता, जयदीप पाराशरी, अर्पित गोस्वामी दुर्गेश सक्सेना सहित काफी संख्या मे कार्यकर्ता मोजूद रहे।