बरेली। ट्रेन के प्लेटफार्म एक पर पहुंचते ही पहले छह कोच खोलकर श्रमिक उतारे गए। आरपीएफ-जीआरपी उन्हें लाइन लगवाकर मेन गेट पर लाई जहां डॉक्टरों की टीम ने एक-एक करके सभी की स्क्रीनिंग की। उन्हें बसों में बैठाने के बाद शाम छह बजे तक रवाना कर दिया गया। ट्रेन को भी सैनिटाइज कर 6.20 बजे वापस साबरमती भेज दिया गया। तीन श्रमिकों का टेंप्रेचर ज्यादा बताकर उन्हें क्वारंटाइन के लिए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भेजे जाने की बात कही गई लेकिन अस्पताल के अफसरों ने इसकी पुष्टि नहीं की।
जंक्शन पर सीएमआई संजीव दुबे, सीआईटी अरुण कुमार, मुरादाबाद रेल डिवीजन के एडीआरएम मान सिंह मीना, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा, आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अपूर्व अग्निहोत्री, सिविल डिफेंस के जहीर अहमद, राजीव शर्मा, रविंद्र टंडन आदि अपनी जिम्मेदारियां संभाले रहे।
पटरियां खाली फिर भी ट्रेन 4.40 लेट
बरमती से जंक्शन पहुंची श्रमिक स्पेशल को सुबह 11.45 बजे जंक्शन पहुंचना था लेकिन ट्रेन शाम 4.25 बजे पहुंची। आरपीएफ इंस्पेक्टर विपिन सिसौदिया टीम के साथ सुबह छह बजे से व्यवस्थाएं संभाले हुए थे। ट्रेन वाया दिल्ली आने के बजाय मथुरा होते हुए आई।