लखनऊ। लॉकडाउन का तीसरा चरण आज 4 मई को शुरू हुआ है। इसमें सरकार ने शराब और बीयर की दुकानें प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक खोलने की छूट दी है। लेकिन, शराब की दुकानों पर पहले ही दिन पियक्कड़ों की जैसी भीड़ उमड़ी, उससे लॉकडाउन के नियम-कानूनों के परखच्चे उड़ गए। राशन की दुकानों और भोजन पैकेट बंटने के स्थान से भी ज्यादा लंबी-लंबी कतारों ने बता दिया कि पियक्कड़ों को न तो अपनी परवाह है, न ही समाज और देश की। नशे की लत के सामने कोरोना वायरस महामारी का डर छूमंतर हो गया। हालात बेकाबू होते देख आबकारी महकमे ने आनन-फानन में मदिरा खरीद की सीमा (Limit) तय कर दी। इसके अनुसार, एक व्यक्ति एक बार में सिर्फ एक बोतल, 2 अद्धा (हाफ), तीन पव्वा, दो बीयर की बोतल तथा तीन बीयर की केन खरीद सकता है।
दरअसल, सुबह से ही शराब की दुकानों पर उमड़ी भीड़ ने फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही लॉक़डाउन की तमाम गाइडलाइन का उल्लंघन किया तो प्रमुख सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी के साथ आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद को मैदान में उतरना पड़ा। आबकारी विभाग ने तय किया है कि अब शराब या अन्य कोई भी पेय खरीदने की मात्रा में अंकुश लगेगा। अब मात्रा तय की गई है कि एक बार में कोई व्यक्ति क्या-क्या खरीद सकता है। संजय भूसरेड्डी ने कहा कि प्रदेश में शराब की बिक्री खोल दी गई है। यह प्रक्रिया अब चालू रहेगी लेकिन अभी तीन-चार दिन तक लोग सीमित मात्रा में ही शराब खरीद सकेंगे। उन्होंने लखनऊ में स्वयं कई शराब की दुकानों का निरीक्षण किया और लोगों से वहां पर फिजिल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने दुकानदारों की भी काफी क्लास ली और ओवर रेटिंग रोकने का सख्त निर्देश दिया।