शरद सक्सेना, आँवला (बरेली)। सपा-बसपा गठबंधन द्वारा लोकसभा क्षेत्र आंवला में अपना प्रत्याशी तय करने के बाद अब जनता भाजपा की और टकटकी लगाए हुए है। नगर में चौराहे, पान के खोखों व चाय की दुकानों पर लोगों के बीच भाजपा प्रत्याशी के नाम को लेकर जमकर कयास लगाये जा रहे हैं। सभी के अपने-अपने प्रत्याशी व आंकड़े हैं। कुल मिलाकर भाजपा द्वारा घोषित चेहरे का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे है।
चर्चा है रिपोर्ट कार्ड अच्छा न होने के चलते भाजपा इस सीट पर वर्तमान सांसद पर दोबारा दांव लगाने के मूड में नहीं है। जातिगत समीकणों के चलते भाजपा किसी सामान्य जाति के प्रत्याशी को भी मैदान में उतार सकती है। ऐसे में एक पूर्व सांसद व एक टीवी एंकर की भतीजी का नाम भी आंवला सीट पर निरन्तर चर्चा में बना हुआ है।
वहीं गठबंधन से एक राजघराने की धनाढ्य व सामन्य जाति की महिला का प्रत्याशी बनाया जाना, भाजपा के मूल वोट बैंक में सेंंध लगा सकता है। ऐसे में भाजपा कोई बड़ा रिस्क लेने से भी बचेगी। चर्चा है कि एक पूर्व सांसद जोकि पिछले काफी समय से भाजपा व जदयू के सम्पर्क में है, उन्हें संगठन के एक बडे नेता का भी आश्वासन मिल चुका है। इनका टिकट भी संभव माना जा रहा है।
इसके अलावा कांग्रेस भी किसी दमदार प्रत्याशी को ही उतारेगी। ऐसे में आंवला सीट पर प्रत्याशी चयन से लेकर चुनाव हाई प्रोफाइल होता दीख रहा है। साथ ही इस बार राजघराने से प्रत्याशी आने से चुनाव हाईटेक भी होना तय है।