आँवला (बरेली)। आंवला लोकसभा सीट पर सपा-बसपा गठबंधन ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। आंवला में मंगलवार को एक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर सपा-बसपा ने बिजनौर से विधायक रहीं रुचिवीरा के नाम का ऐलान किया। यह ऐलान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद मुनकाद अली ने किया।
बता दें कि रुचिवीरा, एक धनाढय राजनीतिक राजघराने की महिला हैं। वह बिजनौर से पिछली सपा सरकार में विधायक रह चुकी हैं। गठबंधन ने हजारों सपा व बसपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में रुचिवीरा को प्रत्याशी घोषित किया। साथ ही पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुटने का आह्वान किया। यहां कार्यकर्ताओं ने बसपा सुप्रीमो का संदेश भी दिया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ताअिं को सम्बोधित करते हुए सपा-बसपा नेताओं ने देश और प्रदेश सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की।
जनता के विश्वास को नहीं तोडूंगी-रूचि वीरा
बिजनौर के एक बडे़ घराने से ताल्लुक रखने वाली रूचि वीरा अपने समर्थकों के साथ दर्जनों कारों के काफिले के साथ रामनगर रोड स्थित एक बारातघर में पहुंचीं। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनके ससुर तीन बार विधायक रहे हैं। उनके पति जिला पंचायत अध्यक्ष और विधायक रहे हैं। पिछली सपा सरकार में वह स्वयं बिजनौर से विधायक रही हैं।
रुचिवीरा ने कहा कि वह आंवला में जनता की सेवा करने आयी हैं। साथ ही वह जनता के विश्वास को नहीं तोड़ेंगी। श्रीमती वीरा ने कहा कि हम विकास के मुद्दे व बसपा के विकासवादी ऐजेण्डे के साथ चुनाव में उतरेंगे। यहां की स्थानीय समस्याओं के निराकरण का भरसक प्रयास करेंगे। कहा कि यह क्षेत्र अभी तक पिछड़ा रहा है। हम पूरा प्रयास करके इसे विकसित करने का काम करेंगे।
हमने हमने कार्यकाल में बिजनौर में भी बहुत विकास कार्य कराया है। बिजनौर से अधिक विकास कार्य आंवला में कराएंगे। उनसे पूछा गया कि आखिर उन्होनें आंवला को ही क्यों चुना? तो बोलीं- समाज सेवा करने की एक निश्चित जगह नहीं होती है। इसे कहीं भी किया जा सकता है। बहिन जी के आदेश पर वह आंवला के लोगों की सेवा करने आई है।
मंच से सपाईयों की दूरी रही चर्चा में
सपा-बसपा के गठबंधन में आवंला सीट बसपा के खाते में आयी है। यहां से सपा के कुंवर सर्वराज सिंह ने दो बार साईकिल के निशान पर लोकसभा में आंवला का प्रतिनिधित्व किया है। बसपा कभी तीसरे स्थान से आगे नहीं बढ़ पायी।
इसके बावजूद सीट बसपा के को मिलने पर सपा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव बोले कि जब गठबंधन होता है तो दिल बड़ा करके एक-दूसरे को एडजस्ट किया जाता है। ऐसे में अखिलेश जी के निर्णय का हम सभी स्वागत करते हुए पूरी मजबूती के साथ गठबंधन के प्रत्याशी को जितायेंगे।
वहीं सपाईयों को मंच पर स्थान न मिलने से लोगों में चर्चाएं व कानाफूसी भी होती रही। पूर्व चेयरमैन सैयद आबिद अली जो कि बसपा के मुनकाद अली व सुनील चित्तौड़ के साथ अपने घर से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, मंच पर जगह न मिलने पर भीड़ के बीच में खडे़ रहे और वापस लौट गये।
… और सवाल को टाल गए शुभलेश
निवर्तमान जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव से जब पूछा गया कि यहां पर सपा के अनेक नेताओं की न मौजूदगी का क्या मतलब है? तो उन्होनें कहा कि अचानक कार्यक्रम होने के चलते शायद सपा के अन्य नेता नहीं पहुंच सके। सर्वराज सिंह के जदयू के सम्पर्क में होने पर कहा कि वह हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं तथा चुनाव संचालन समिति के वरिष्ठ सदस्य हैं।
यह रहे मौजूद
पूर्व विधायक मुस्लिम खां, साजिद अली खां, रामबहादुर सिंह यादव, डा. इन्द्रपाल सिंह यादव, बसपा जिलाध्यक्ष राजेश सागर, चमन सिंह, शिवचरन कश्यप, रिजवान खां, लक्ष्मण प्रसाद फौजी, सुनील यादव आदि मौजूद रहे।