महेश नवमी 2022, बरेली माहेश्वरी समाज, वार्षिकोत्सव में बिखरे संस्कृति के रंग ,

जादूगर ने समां बांधा और पत्रिका ‘मानस 2022’ का हुआ विमोचन

BareillyLive. बरेली माहेश्वरी समाज ने अपना उत्पत्ति दिवस ‘महेश नवमी’ बड़ी धूमधाम से मनाया। आईएमए सभागार में हुए रंगारंग सांस्कृतिक समारोह में जहां मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया, वहीं समाज की पत्रिका ‘मानस’ के नये अंक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में जादूगर हैरी ने अपने करतबों से समां बांध दिया तो समाज के बच्चों ने अपनी प्रतिभा के रंग विखेरे। महेश नवमी वार्षिकोत्सव में समाज के लोगों ने एकजुट होकर माहेश्वरी समाज और भारत वर्ष की उन्नति में योगदान का संकल्प लिया।

मुख्य अतिथि दैनिक जागरण बरेली के समाचार सम्पादक अवधेश माहेश्वरी रहे। उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज का देश की प्रगति और विकास में योगदान भूला नहीं जा सकता। आज के बदलते सामाजिक परिवेश में अभिभावकों पर जिम्मेदारी अधिक है। उन्होंने समाज में बढ़ते न्यूक्लियर फैमिली कल्चर चिन्ता जताते हुए इस पर विचार करने की अपील की। साथ ही कहा माहेश्वरी समाज में भी नौकरी की ओर रुझान बढ़ता ही जा रहा है। जबकि माहेश्वरी समाज जॉब क्रिएटर है, लेकिन क्यों जॉब सीकर बन रहे हैं, इस पर भी चिन्तन जरूरी है।

महेश नवमी 2022, बरेली माहेश्वरी समाज, वार्षिकोत्सव में बिखरे संस्कृति के रंग ,

विशिष्ठ अतिथि को-चेयरपर्सन गंगाशील ग्रुप डॉ. शशिबाला राठी ने समाज की महिलाओं को व्यापार, सामाजिक कार्यों के साथ ही राजनीति में भी एक कदम आगे आकर काम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां नये स्टार्टअप लगा रही हैं। शिक्षा में, कारपोरेट में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। वह हवाई जहाज भी उड़ा रही हैं। अब जरूरत है वे समाज की जरूरतमंद महिलाओं का इंजन बनकर उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करें। यह राजनीति में सक्रिय भागीदारी से ही सम्भव है।

अध्यक्षीय सम्बोधन में जिला माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष के.के. माहेश्वरी ने समाज को सभी की सलाह से आगे ले जाने की बात कही। उन्होंने स्वस्थ रिश्तों के लिए परस्पर संवाद की जरूरत बतायी। कहा कि आजकल लोग किसी से किसी बात पर नाराज हुए तो बात को मन में रख लेते हैं। इससे रिश्तों की खटास और बढ़ती जाती है। होना यह चाहिए कि जो बात बुरी लगी, उसे सम्बंधित व्यक्ति से एकान्त में चर्चा करके खत्म करना चाहिए। ऐसे में संवाद से बहुत की गलत फहमियां खत्म हो जाती हैं और रिश्ते पहले से ज्यादा मजबूत हो जाते हैं।

इसके अलावा महामंत्री अंशु माहेश्वरी, सुभाष बाहेती आदि ने भी विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान महेश (शिव) की वंदना और महादेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।

जादूगर और बच्चों ने किया मंत्रमुग्ध

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में माहेश्वरी समाज के बच्चों ने स्टेज पर संस्कृति के रंग बिखेरे तो फिल्मी गानों पर भी नृत्य प्रस्तुत किये। इनमें अनुश्री ने महेश वंदना प्रस्तुत की। फिर सुप्रिया ने महादेव के भजन‘ पूरब से जब सूरज निकला…पर नृत्य के माध्यम से वातावरण को भक्ति में डुबो दिया। फिर गलती से मिस्टेक करके अयांश ने लोगों को गुदगुदाया। इसके अलावा अनाया, रति, मानसी, ट्विंकल, नव्या और प्रगति माहेश्वरी ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद जादूगर हैरी ने अपने करतबों से लोगों को हैरत में डाल दिया। इसके बाद मानस पत्रिका का विमोचन किया गया।

इन मेधावियों का हुआ सम्मान

आस्था मूना, मान्या माहेश्वरी, देवांशी माहेश्वरी, अभिनय माहेश्वरी, श्रद्धा माहेश्वरी, सार्थक, शिवांग, अंकिता, निखर, मानसी, सुधांशु, अनुष्का, नव्या, निशान्त, इशान्त, रिंकी, अनुश्री, प्रांजल, लवली और राधिका माहेश्वरी, इच्छा मूना, बाव्या सारडा, आदित्य माहेश्वरी, ज्योति और परिवेश माहेश्वरी

इनका रहा विशेष सहयोग

डॉ. नवल किशोर गुप्ता, जगदीश माहेश्वरी, अशोक माहेश्वरी, बीएल माहेश्वरी, सीए मनोज माहेश्वरी, अजय माहेश्वरी, ममतेश माहेश्वरी, विनय माहेश्वरी, विशाल गुप्ता, सचिन माहेश्वरी, शेखर माहेश्वरी आदि।

ये रहे उपस्थित

सुनील चैचाणी, दर्पण मालपाणी, संदीप जाखेटिया, मनोज साबू, अरुण माहेश्वरी, सुनीय बियानी, निकुंज माहेश्वरी, चित्रगुप्त माहेश्वरी, राजेश मून्दड़ा, डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, आर.आर. माहेश्वरी, सुनील झंवर, गोपाल कृष्ण माहेश्वरी, रवि माहेश्वरी और सुनीत मूना आदि समेत बड़ी संख्या में गणमान्य माहेश्वरी बंधु सपरिवार उपस्थित रहे।

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