broken-rail-trackबरेली। अगर उसकी निगाह नहीं पड़ती तो बरेली जंक्शन पर कोई बड़ा हादसा हो सकता था। एक यात्री की सतर्कता ने हजारों यात्रियों के जीवन पर आ सकने वाला संकट टाल दिया। जी हां, बरेली जंक्शन पर रेलवे ट्रैक टूटा था, उससे होकर ही डबल डेकर समेत कई गाड़ियां गुजर चुकी थीं। उस यात्री ने तत्काल स्टेशन मास्टर को पटरी टूटी होने की जानकारी दी। इसके बाद रेलवे अमला हरकत में आया और कंट्रोल से दिल्ली की ओर जाने वाली गाड़ियों का संचालन रोक दिया गया। पटरी को ठीक कराया गया। इस दौरान ट्रेन 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजारी गयीं।

रेल सूत्रों के मुताबिक, महानगर कालोनी के रहने वाले मयंक अग्रवाल कहीं जाने के लिए रविवार की सुबह ट्रेन को पकड़ने जंक्शन गया। वहां दो नंबर रेल लाइन पर एक जगह पटरी के बीच बड़ा गैप देखा। पेंड्रोल क्लिप और फिश प्लेट टूट चुकी थी। जबकि उसी ट्रैक से डबल डेकर, हावड़ा, जनसेवा समेत कई गाड़ियां गुजर चुकी थीं। मयंक ने तुरंत ही स्टेशन मास्टर को ट्रैक टूटा होने की जानकारी दी। रेलवे कंट्रोल को सूचना दी। रेल पथ निरीक्षक, टेक्निकल टीम पहुंची। लखनऊ की ओर से आने वाली गाड़ियों को चनेहटी, पीतांबरपुर, रसुईया स्टेशन पर रोक दिया गया। करीब आधा घंटा तक गाड़ियों का संचालन प्रभावित रहा। इसके बाद कॉशन पर 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजारा गया।

स्टेशन मास्टर का कहना है, दो पटरियों के बीच में गैप आ गया था। जिसकी वजह से कुछ दिक्कत आ गई थी। ट्रैक को ठीक कराया गया। गाड़ियों को कॉशन पर निकाला गया। टेक्निकल टीम का कहना है, ठंड के मौसम में दो पटरियों के बीच गैप की समस्या हो जाती है। ठंड में पटरियां सिकुड़ती हैं। ट्रैक क्रेक होने की घटनाएं भी अधिक होने लगती हैं इसको लेकर पेट्रोलिंग टीमों को विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

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